विदिशा। पिछले दिनों कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद ने वंदे मातरम बोलने से मना किया था, जिस पर बवाल खड़ा हो गया है. मसूद पर आपत्ति जनक टिप्पणी करते हुये करणी सेना ने उनका पुतला फूंका और एफआईआर दर्ज करने की मांग करते हुये नारेबाजी भी की.
प्रदर्शनकारियों ने कहा कि 'जितना डर आतंकियों से नहीं उतना डर देश में बैठे मसूद जैसे लोगों से है. आरिफ मसूद जैसे लोगों ने देश का माहौल खराब कर के रखा है'. प्रदर्शकारियों ने चेतावनी दी है कि अगर मसूद को गिरफ्तार नहीं किया जाएगा तो वह सीएम कमलनाथ को विदिशा में एंटर नहीं करने देंगे.
दरअसल, पांच मार्च को मुख्यमंत्री कमलनाथ विदिशा आ रहे हैं. जिसे लेकर करणी सेना ने चेतावनी दी है कि जब तक आरिफ मसूद पर कार्रवाई नहीं होती, तब तक वह सीएम कमलनाथ को विदिशा में एंटर नहीं होने देंगे. इससे पहले आरिफ मसूद ने सीहोर के एक कार्यक्रम में वंदे मातरम बोलेने से मना किया था.
इस दौरान उन्होंने दलील दी थी कि शरीयत उन्हें वंदे मातरम बोलने की इजाजत नहीं देती है. मसूद के इस बयान के बाद कांग्रेस ने सफाई पेश करते हुये कहा था कि ये उनका निजी विचार हो सकता है, पार्टी का इससे कोई लेना-देना नहीं है. पार्टी न तो उनके बयान से इत्तेफाक रखती है और न ही समर्थन करती है.