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कोर्ट ने जारी किया सामाजिक न्याय विभाग की संपत्ति कुर्क करने का आदेश, व्यापारी का नहीं किया था भुगतान

विदिशा के सैफी आयरन वर्क्स को भुगतान नहीं करने पर कोर्ट ने सामाजिक न्याय विभाग की संपत्ति कुर्क करने के आदेश जारी कर दिए हैं. जिसके बाद न्यायालय के कर्मचारियों ने विभाग के कुर्सी, टेबिल, फर्नीचर कुर्क कर लिए.

कोर्ट ने सामाजिक न्याय विभाग की संपत्ति कुर्क करने के आदेश जारी किए
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Published : Sep 18, 2019, 11:58 PM IST

विदिशा। जिला कोर्ट ने साल 2013 के एक मामले में फैसला सुनाते हुए सामाजिक न्याय विभाग की संपत्ति कुर्क करने का आदेश दिया है. जिसके बाद विभाग के करीब तीन लाख रुपए के कुर्सी, टेबिल, फर्नीचर कुर्क कर लिया गया. विभाग ने लगातार कोर्ट के नोटिस की अवेहलना करते हुए एक व्यापारी के 42 हजार रुपए का भुगतान 2013 से अब तक नहीं किया था. जिसके बाद कोर्ट ने विभाग की संपत्ति कुर्क करने के आदेश दे दिए.

कोर्ट ने सामाजिक न्याय विभाग की संपत्ति कुर्क करने के आदेश जारी किए

विदिशा में सैफी आयरन वर्क्स के संचालक जैनुद्दीन ने सामाजिक न्याय विभाग को 2013 में करीब 42 हजार रुपए का सामान बेचा था. जिसका भुगतान सामाजिक न्याय विभाग ने नहीं किया. जैनुद्दीन ने उपभोक्ता फोरम में मामले की शिकायत की जहां से सामाजिक न्याय विभाग को भुगतान करने के लिए नोटिस भेजा गया. इसके बाद भी भुगतान नहीं किया गया. तब कोर्ट ने विभाग की संपत्ति कुर्क करने के आदेश जारी कर दिए. कुर्की की कार्रवाई के दौरान न्यायालय के कर्मचारी और सामाजिक न्याय विभाग के अधिकारी डॉक्टर पीके मिश्रा के बीच नोक झोंक भी हुई.

डॉक्टर पीके मिश्रा का कहना था की वह कार्यवाही में हस्तक्षेप नहीं कर रहे हैं, उन्होंने कहा की लगभग 74 हजार की डिग्री के एवज में जो सामग्री उसके बदले नीलम या कुर्की की जा सकती है वही ले जाई जाए, लेकिन न्यायालय कर्मचारी लगभग दो से तीन लाख का सामान भरकर ले जा रहे हैं जो गलत है.

विदिशा। जिला कोर्ट ने साल 2013 के एक मामले में फैसला सुनाते हुए सामाजिक न्याय विभाग की संपत्ति कुर्क करने का आदेश दिया है. जिसके बाद विभाग के करीब तीन लाख रुपए के कुर्सी, टेबिल, फर्नीचर कुर्क कर लिया गया. विभाग ने लगातार कोर्ट के नोटिस की अवेहलना करते हुए एक व्यापारी के 42 हजार रुपए का भुगतान 2013 से अब तक नहीं किया था. जिसके बाद कोर्ट ने विभाग की संपत्ति कुर्क करने के आदेश दे दिए.

कोर्ट ने सामाजिक न्याय विभाग की संपत्ति कुर्क करने के आदेश जारी किए

विदिशा में सैफी आयरन वर्क्स के संचालक जैनुद्दीन ने सामाजिक न्याय विभाग को 2013 में करीब 42 हजार रुपए का सामान बेचा था. जिसका भुगतान सामाजिक न्याय विभाग ने नहीं किया. जैनुद्दीन ने उपभोक्ता फोरम में मामले की शिकायत की जहां से सामाजिक न्याय विभाग को भुगतान करने के लिए नोटिस भेजा गया. इसके बाद भी भुगतान नहीं किया गया. तब कोर्ट ने विभाग की संपत्ति कुर्क करने के आदेश जारी कर दिए. कुर्की की कार्रवाई के दौरान न्यायालय के कर्मचारी और सामाजिक न्याय विभाग के अधिकारी डॉक्टर पीके मिश्रा के बीच नोक झोंक भी हुई.

डॉक्टर पीके मिश्रा का कहना था की वह कार्यवाही में हस्तक्षेप नहीं कर रहे हैं, उन्होंने कहा की लगभग 74 हजार की डिग्री के एवज में जो सामग्री उसके बदले नीलम या कुर्की की जा सकती है वही ले जाई जाए, लेकिन न्यायालय कर्मचारी लगभग दो से तीन लाख का सामान भरकर ले जा रहे हैं जो गलत है.

Intro:कोर्ट ने सामाजिक न्याय विभाग की सामग्री कुर्क करने के दिए आदेश
वर्ष 2013 के मामले में सुनाया फैसला
कुर्सी, टेबिल, फर्नीचर सहित तीन से चार लाख का ले गए सामान

विदिशा शहर में 2013 के लगभग एक व्यापारी ने कुछ सामान सामाजिक न्याय विभाग को भेजा था जिसकी राशि उन्हें नहीं दी गई थी कई बार गुहार लगाने के बाद भी जब राशि नहीं मिली तब व्यापारी उपभोक्ता फोरम की शरण ली न्यायालय ने कई बार नोटिस तामील कराए लेकिन व्यापारी को जवाब मैं राशि नहीं मिली तब कोर्ट ने आज सामाजिक न्याय विभाग के सामान की कुर्की करने के आदेश जारी कर दिए जिला पंचायत परिसर में स्थित सामाजिक न्याय विभाग के कार्यालय में न्यायालय के कर्मचारियों ने विभाग के सामान को बाहर निकालना शुरू किया कई टेबल कुर्सियां कंप्यूटर स्कैनर प्रिंटर सहित तमाम चीजों को निकालकर भरकर ले गए इस दौरान न्यायालय के कर्मचारी और सामाजिक न्याय विभाग के अधिकारी डॉक्टर पी के मिश्रा के बीच नोक झोंक भी देखने मिली । Body:मामला दरअसल 2013 का है जब बड़ी वजह से सैफी आयरन वर्क्स से सामाजिक न्याय विभाग की ओर से करीब ₹42000 की अलमारी और अन्य फर्नीचर खरीदा गया था विभाग की ओर से सामग्री का भुगतान नहीं किया गया सैफी आयरन वर्क्स के संचालक जैनुद्दीन ने न्यायालय की शरण ली 6 साल तक चले इस मामले की सुनवाई में न्यायालय ने कई बार नोटिस भेजे आज इस मामले की कुर्की की गई
Conclusion:कोर्ट के आदेश पर हो रही कुर्की को लेकर सामाजिक न्याय विभाग के अधिकारी डॉ पी के मिश्रा का कहना है कि वह कार्यवाही में हस्तक्षेप नहीं कर रहे लगभग ₹74000 की डिग्री के एवज में जो सामग्री उसके बदले नीलम या कुर्की की जा सकती है वहीं ले जाई जा सकती है लेकिन यहां कर्मचारी लगभग दो से ₹300000 का सामान भरकर ले जा रहे हैं जो गलत है
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