विदिशा। जिले में भारी बारिश से कई इलाके प्रभावित हुए हैं, बेतवा नदी का जलस्तर बढ़ने से आसपास के इलाकों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं. विदिशा का भोपाल से संपर्क टूट गया है. हालांकि, भोपाल-सागर बाइपास चालू होने से कोई खास दिक्कत का सामना नहीं करना पड़ रहा है. अब बेतबा नदी ने भी रौद्र रूप धारण कर लिया है, जिससे चारों तरफ पानी ही पानी नजर आने लगा है. जहां पार्क, मुक्ति धाम सबको बेतवा नदी ने अपनी जद में ले लिया है.
बेतवा नदी के उफान पर आने से चरण तीर्थ पर बने मंदिर पूरी तरह जलमग्न हो गए हैं. नदी किनारे बने श्मशान घाट पर भी पानी भर गया है. देखा गया कि अर्थियां सिराने पहुंचे लोगों को नदी में नहीं जाना पड़ा, बल्कि नदी खुद श्मशान तक पहुंच गई. वहीं बेतवा नदी का रौद्र रूप देखते हुए लोगों ने श्मशान में ही बेतवा नदी की आरती करना शुरू कर दिया.
जलमग्न हुए बाढ़ वाले गणेश
जिले में स्थित बाढ़ वाले गणेश मंदिर में भी पानी भर गया है. मंदिर के चारों ओर पानी जमा हो गया है. मंदिर के बाहर भी पुलिस ने बेरिकेट्स किया हैं, रविवार को ही प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस मंदिर में हवन किया था और आज मंदिर पूरी तरह से जलमग्न हो गया है.
बाढ़ की चपेट में निचली बस्तियां
लगातार हो रही बारिश से एक ओर लोगों का जन जीवन अस्त व्यस्त हो गया है, वहीं निचली बस्तियां बाढ़ की चपेट में आ गई हैं. बाढ़ में फंसे लोगों को सुरक्षित निकालने के लिए प्रसाशन लगातार जद्दोजहद कर रहा है. प्रशासन की टीम लोगों को रेस्क्यू कर रही है. बाढ़ में फंसे लोगों की जानकारी लगते ही स्थानीय प्रशासन मौके पर पहुंचकर सक्रियता से काम कर रहा है.
विदिशा नगर पालिका अधिकारी सुधीर सिंह का कहना है कि चारों तरफ प्रशासन मुस्तैद है. जो लोग निचली बस्तियों में रह रहे थे, उन लोगों को सुरक्षित स्थान पर शिफ्ट करा दिया गया है. बाढ़ में फंसे सभी लोगों को रेस्क्यू कर बाहर निकाला जा रहा है. वहीं अभी तक कोई जनहानि की खबर नहीं है.