विदिशा। जिले में 7 अप्रैल से श्रीमद् भागवत कथा शुरू हो रही है. कथा का वाचन बागेश्वर धाम सरकार के पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री करेंगे. गुरूवार के दिन बटेश्वर महादेव समिति द्वारा ऐतिहासिक कलश यात्रा निकाली गई. यात्रा में हजारों की संख्या में महिलाएं सिर पर कलश लेकर निकलीं. घोड़े पर युवतियां सवार थीं. हाथी पर लड्डू गोपाल विराजमान थे. ऊंट चल रहे थे और तिरंगा लहराया जा रहा था.
ऐसे निकली यात्रा: शहर के देवी के बाग हरदौल गार्डन से शुरू हुई यात्रा में 4 अलग अलग रथों पर संत महात्मा और यज्ञाचार्य विराजमान थे. कामधेनु गाय, हनुमान जी के स्वरूप और महात्माओं के चित्रों की झांकी सजाई गई थी. डंडापुरा, तिलकचोक, माधोगंज, पीतलमिल होते हुए 8 किमी की दूरी तयकर पैराडाइज कॉलोनी बायपास कथास्थल पहुंची. यात्रा में आगे ध्वजा वाहिनी, उसके पीछे चार बैंड दल, उज्जैन की नगाड़ा पार्टी भी शामिल हुई. मध्य में उज्जैन की तर्ज पर महाकाल की सवारी और हाथी-घोड़े भी शामिल थे. जगह जगह व्यापारियों और कई संगठनों ने यात्रा का स्वागत किया.
श्रद्धालुओं के लिए व्यवस्था: इस भव्य आयोजन में 5 लाख से अधिक श्रद्धालुओं के शामिल होने की व्यवस्था की गई है. समिति द्वारा बताया जा रहा है कि टोटल डेढ़ सौ से 2 सौ बीघा जमीन पर आयोजन की व्यवस्थाएं की गई है. 30 बीघा क्षेत्र में कथा सुनने वाले श्रद्धालुओं के लिए विशाल वाटरप्रुफ डोम सजाया गया है.
10 बीघा में बनी यज्ञशाला: लक्ष्मीनारायण यज्ञ के लिए 10 बीघा में भव्य और सुंदर यज्ञशाला विशेष कुशा से तैयार की गई है. कथा के दौरान अनवरत भंडारा चलेगा. इसके लिए 5 बीघा में व्यवस्था की गई है. 15 बीघा में मेला लगेगा और 20 बीघा से अधिक क्षेत्र में पार्किंग की व्यवस्था की गई है. कथा आयोजक बटेश्वर सेवा संस्थान के पंडित अंकित कृष्ण तेंगुरिया (बटुक जी) ने बताया कि बागेश्वर बालाजी की कृपा से आयोजित होने वाली भागवत कथा को लेकर ऐतिहासिक कलश यात्रा निकाली जा रही है. जो विदिशा के इतिहास की सबसे बड़ी कलश यात्रा है.