विदिशा। अटल विहारी वाजपेयी मेडिकल कॉलेज (Atal Vihari Vajpayee Medical College Vidisha) में पदस्थ जूनियर डॉक्टर विपिन यादव ने सीनियर्स की प्रताड़ना से तंग आकर नींद की गोलियां खा ली. (Vidisha Junior doctor harassment Case ) डीन द्वारा सेवा समाप्ति का नोटिस देने से वह आहत था. उसने वाट्सएप ग्रुप पर सुसाइट नोट (writing suicide note) लिखकर गोलियां खाईं थी. हालत बिगड़ने पर उसेआनन-फानन में कॉलेज के मेडिसिन वार्ड में भर्ती कराया गया. यहां उपचार के बाद वह स्वस्थ हुआ और बुधवार को उसकी छुट्टी कर दी गई.
एक माह पहले जारी किया गया था नोटिस: मामले को लेकर डीन डॉ. सुनील नंदेश्वर का कहना है कि, सीनियर डाक्टरों की शिकायत के बाद उसे नोटिस दिया गया था, लेकिन उसने अपने आचरण में कोई सुधार नहीं किया तो सेवा समाप्त कर दी गई हैं. वहीं जूनियर डॉक्टर विपिन यादव ने बताया कि दो दिन पहले उन्हें अचानक कॉलेज के डीन डॉ. सुनील नंदेश्वर द्वारा सेवा समाप्ति का नोटिस दे दिया गया. इसमें सीनियरों के साथ अभद्र व्यवहार का आरोप लगाया है. इस संबंध में डीन डॉ. नंदेश्वर का कहना है कि एचओडी स्तर के डॉक्टर द्वारा शिकायत करने पर विपिन यादव को एक माह पहले नोटिस जारी किया गया था, लेकिन उन्होंने अपने व्यवहार में कोई सुधार नहीं किया. इसलिए उन्हें हटा दिया गया है. अनुशासनहीनता करने पर डीन को हटाने का अधिकार है.
ड्यूटी करने का बनाते थे दबाव: उन्होंने बताया कि यदि मैं किसी सीनियर से अभद्र व्यवहार कर रहा था तो मुझे एक माह पहले कारण बताओ नोटिस दिया जाना था. जिससे मैं अपने पक्ष में अपनी बात कह सकता. उन्होंने बताया कि कॉलेज के दो सीनियर डॉक्टर उन्हें लगातार प्रताडित करते आ रहे हैं. आरोप लगाया है कि जो जांच कॉलेज में हो सकती हैं उन्हें बाहर कराने का दबाव बनाया जा रहा था. नाइट ड्यूटी के बाद दिन में ड्यूटी करने का दबाव बनाते थे. नहीं करने पर मेरी शिकायत की गई और षड़यंत्र के तहत मुझे हटाया गया है. उन्होंने बताया कि जो गलती मैने नहीं की उसके लिए मुझे हटाया गया है. इसी से परेशान होकर मैंने गोलियां खा ली थी और वाट्सएप ग्रुप पर संबंधित डॉक्टरों के नाम लिख दिए थे. कि मैं इनके कारण में यह कदम उठा रहा हूं.