उमरिया। अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए मशहूर राष्ट्रीय उद्यान बांधवगढ़ में अब महिला गाइड के माध्यम से सफारी कराई जाएगी. बांधवगढ़ प्रबंधन द्वारा पर्यटन में महिलाओं की सहभागिता और महिला सशक्तिकरण के साथ साथ स्थानीय और महिलाओं में जागरूकता लाने के उद्देश्य से यह फैसला लिया गया है. इसके तहत बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व प्रबंधन द्वारा 25 महिला गाइडों की भर्ती प्रक्रिया भी पूरी कर ली गई है.
जंगली हाथियों के बीच चुनौती भी कम नहीं : पार्क खुलने से पहले सभी महिला एवं पुरुष गाइडों को बकायदा प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है, जिससे वे पर्यटकों को बांधवगढ़ की प्राकृतिक सुंदरता से बखूबी अवगत करा सकें. वहीं प्राकृतिक संसाधनों सहित दुर्लभ वन्यजीवों एवं प्राकृतिक सुंदरता और बांधवगढ़ के इतिहास और वन्यजीवों के संरक्षण को लेकर को बखूबी बता सकें. बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में 1 अक्टूबर से शुरू होने वाले पर्यटन सीजन को लेकर अब कई सावधानियां बरतनी होंगी. बांधवगढ़ के जंगलों में जंगली हाथियों की मौजूदगी से कई बार पर्यटक सफारी के लिए रूट में बदलाव किया जाता है.
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30 जून से 30 सितंबर तक बंद रहता है पार्क : जंगली हाथियों की मौजूदगी के साथ ही पर्यटन कराना थोड़ा कठिन हो सकता है. बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व प्रबंधन द्वारा सभी नई महिला गाइडों और पहले से कार्यरत सभी गाइडों को पर्यटन को लेकर बखूबी प्रशिक्षण देकर ट्रेंड किया जा रहा है. बता दें कि बरसात के दिनों में 30 जून से लेकर 30 सितंबर तक पार्क में पर्यटन गतिविधियां बंद रहती हैं और 1 अक्टूबर से पार्क पर्यटन के लिए खोल दिया जाता है, जहां देश ही नहीं बल्कि विदेशों से भी सैलानी आकर बांधवगढ़ की प्राकृतिक सुंदरता के साथ ही दुर्लभ वन्यजीवों के दीदार बड़ी ही सहजता से करते हैं.