उमरिया। सशक्त महिला, सशक्त समाज देश के विकास में दोनों ही एक-दूसरे के पूरक हैं .देश मे महिलाओं का सशक्तिकरण होना आज के समय की आवश्यकता है .संयुक्त कलेक्ट्रेट परिसर में पार्किंग का काम महिलाएं संभाल रही हैं. पार्किंग जैसे काम में काफी चुनौतियां होती हैं, लेकिन धनवाही गांव की शांति स्वसहायता समूह की महिलाएं इस कार्य को अंजाम दे रही हैं.
- आर्थिक स्थिति में हो रहा सुधार
शांति स्व सहायता समूह की अध्यक्ष सीमा बर्मन ने बताया कि राज्य शासन द्वारा महिलाओ के सशक्तिकरण के लिए शुरू की गई, पहल के परिणाम स्वरूप जिला प्रशासन द्वारा यह जवाबदारी सौंपी गई है इसके पूर्व सामान्यतः पार्किंग में टैक्स वसूलने का कार्य पुरुष ही करते आ रहे है, लेकिन जिला प्रशासन ने हम महिलाओं पर जो भरोसा किया है, इससे हम सभी काफी उत्साहित है और इस काम को पूरी तन्मयता के साथ कर रहे है उन्होंने बताया कि ग्रामीण आजीविका मिशन के माध्यम से समूह का गठन वर्ष 2016 में किया गया था, समूह में 13 सदस्य है समूह की महिलाएं साबुन बनानें तथा स्कूली विद्यार्थियों के गणवेश बनाने का कार्य कर रही है समूह को पांच स्कूल के 2200 विद्यार्थियों का गणवेश तैयार करनें का दायित्व मिला है.
स्व सहायता समूह की महिलाएं जरूरतमंदों के लिए आईं आगे, बांट रही राशन
शांति स्व सहायता समूह की सदस्य किरण यादव ने बताया कि कलेक्ट्रेट में आने वाले वाहनों से पार्किंग शुल्क लिया जाएगा, दो पहिया वाहन से पांच रूपये तथा चार पहिया वाहन से 10 रूपये का शुल्क लिया जाएगा, इसके साथ ही मासिक पार्किग शुल्क की भी व्यवस्था रहेगी, संयुक्त कलेक्ट्रेट परिसर में लगने वाले विभिन्न कार्यालयों तथा शासकीय वाहनों को पार्किग शुल्क में छूट रहेगी.
- पार्किंग हो गई व्यवस्थित
उमरिया कलेक्टर ने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का निर्देश है कि स्वसहायता समूह को आत्मनिर्भर बनाना है, जो काम अभी तक पुरुषों को दिए जाते रहे हैं उन्हें महिला स्व सहायता समूह को प्रदान करना है इसी क्रम में संयुक्त कलेक्ट्रेट की पार्किंग, कलेक्ट्रेट में फोटो कॉपी की दुकान, मानपुर में तहसील और अस्पताल में दीदी कैफे जैसे नवाचार जिले में किए गए हैं.