उमरिया। कोरोना संक्रमण के चलते लॉकडाउन के दौरान पथ विक्रेताओं की दुकानें बंद हो गई थी. तीन महीने तक दुकानें बंद रहने और आय के अन्य साधन नहीं हों से पथ विक्रेताओं पर आर्थिक संकट आ गया था. जिसको ध्यान में रखते हुए प्रदेश सरकार द्वारा मुख्यमंत्री पथ विक्रेता योजना लाई गई. जिसके माध्यम से ग्राम मलियागुडा जनपद पंचायत पाली निवासी हितग्राही रियाजुद्दीन अहमद को 10 हजार रूपये का ब्याज मुक्त ऋण बैंक से मिला है. जिससे रियाजुद्दीन ने अपनी बन्द दुकान खोलकर आमदनी शुरू कर दी है.
रियाजुद्दीन अहमद ने बताया कि वह अपनी आजीविका और परिवार के पालन पोषण करने के लिए ग्राम मलियागुडा में चाय-समोसा की दुकान लगाता था. लेकिन लॉक डाउन में उसे दुकान बंद करनी पड़ी. जिससे उसके परिवार को आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ा. लॉक डाउन के बाद वह साहूकारों से ऋण लेने की सोच रहा था. लेकिन ग्रामीण आजीविका मिशन अंतर्गत ग्राम नोडल एवं समूह की सीआरपी दीदीयों ने उसे पथ विक्रेता योजना के बारे में बताया. जिसके बाद ग्राम पंचायत मलियागुडा में रियाजुद्दीन का निशुल्क पंजीयन किया गया. जिसके बाद ग्रामीण आजीविका मिशन के अधिकारियों द्वारा बैंक में बुलाकर शाखा प्रबंधक द्वारा केवाईसी निरीक्षण करने के उपरांत 15 दिन में राशि का हस्तांतरण खाते में कर दिया गया.
रियाजुद्दीन ने बताया कि ग्रामीण पथ विकेता योजना ऋण से मैने चाय-समोसा की दुकान के साथ-साथ पानठेला का संचालन भी शुरू कर दिया. जिससे मुझे 300 रूपये तक की रोजाना आमदनी होने लगी है. इस योजना से मेरे जैसे लाखों पथ विक्रेताओं को आजीविका और परिवार भरण पोषण करने के लिए आर्थिक सहायता मिल रही है.