उमरिया। इस मौसम में पर्यटक बांधवगढ़ पहुंचकर जंगल सफारी का लुत्फ उठा रहे हैं. लेकिन बांधवगढ़ प्रबंधन ने सैलानियों के लिए नाइट सफारी की शुरुआत की है. बफर के दो गेट परासी व पचपेढ़ी को शुक्रवार शाम पर्यटन के लिए खोल दिया गया. इसके अलावा तीसरा पर्यटन जोन बी-7 के नाम से पनपथा में रविवार से शुरू हो गया. इनमें घूमने के लिए बकायदा टाइगर रिजर्व प्रबंधन द्वारा गाइडलाइन जारी की गई है.
सामान्य तौर पर सभी नियम पूर्व की टाइगर सफारी की तरह कोविड के तहत ही निर्धारित किया गया है. मुख्य रूप से इसका समय शाम सात बजे से रात नौ तक निर्धारित किया गया है. इस दौरान सफारी वाहनों में बैठकर वन्यजीव प्रेमी रात्रिकालीन वन्य जीव जंतु व जोन के प्रसिद्ध स्थलों का नजारा देख सकेंगे. संचालन के लिए ताला स्थित बुकिंग काउंटर से ही टिकट की व्यवस्था सुनिश्चित की गई है.
सैलानियों ने सफारी का उठाया लुत्फ
बफर एरिया के दो पर्यटन जोन पहले दिन में घूमने के लिए उपलब्ध रहते थे. परासी गेट धमोखर रेंज, पचपेढ़ी, नया बी-7 पनपथा वन परिक्षेत्र की सीमा पर आता है. अब नए सिरे से इनमें लेट इवीनिंग सफारी प्रारंभ की गई है. शनिवार को परासी व पचपेढ़ी से निर्धारित संख्या 10 के मुकाबले आठ वाहन भीतर भेजे गए थे. इसमें बैठे 35 लोगों ने नाइट सफारी का लुत्फ उठाया. इससे पहले शुक्रवार को वनमंत्री कुंवर विजय शाह हॉट एयर बैलून सफारी का उद्घाटन करने उमरिया आए थे. यह पहला मौका है, जब टाइगर रिजर्व सफारी आसमान से हो रही है.
सरकार की घोषणा पर अमल
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह पहले ही बफर में सफर की घोषणा कर चुके हैं. जिसके तहत नया बफर जोन और नाइट सफारी शुरू की गई है. प्रयास रहेगा कि स्थानीय युवकों को रोजगार के नए अवसर मिले, साथ ही यहां आने वाले पर्यटकों को आकर्षित करने नया विकल्प मिलेगा.
नेचर ट्रेल, कैपिंग साइट का नजारा
नए जोन व हवाई सफारी के अलावा अन्य पर्यटन गतिविधियों को भी नए साल के पूर्व चालू करने पर विचार चल रहा है. ये सभी बफर में सफर कार्ययोजना के तहत विचाराधीन है. मुख्य रूप से जंगल के भीतर पेड़ों की ऊंचाई में मचान अनुभव, कैंपिंग साइट, बफर में रात्रि विश्राम, नेचर ट्रेल, आदिवासी म्यूजियम जैसी गतिविधियां भी प्रारंभ करने की योजना है.
पर्यटकों के फीडबैक के आधार पर नाइट सफारी में पर्यटक वाहनों की संख्या बढ़ाने और समय बढ़ाने पर विचार किया जाएगा. बता दें कि पर्यटन विभाग द्वारा पनपथा में कैनोपी वॉक, आदिवासी म्यूजियम, टेंटिंग साइट सहित अन्य कई सुविधाएं पनपथा के नए जोन में विकसित की गई हैं, इन्हें पीपीपी मोड पर चलना है.