उमरिया। जिला मुख्यालय से करीब 50 किलोमीटर दूर ताला बड़खेरा गांव में चिकन पॉक्स ने ऐसा कहर बरपाया है कि लोग बिस्तर से नहीं उठ पा रहे हैं. बीमारी का सबसे ज्यादा असर बच्चों में देखा गया है. हालत इतनी खराब है कि बच्चों की आंखें नहीं खुल रहीं हैं. हैरानी की बात तो ये है कि गांव के लोगों में बीमारी को लेकर दैवीय प्रकोप की आशंका घर की हुई है. लिहाजा बच्चों का इलाज कराने की बजाय लोग देवी मंदिरों में जल चढ़ाकर मातारानी को मनाने में जुटे हैं.
गांव के ज्यादातर बच्चे रोग की चपेट में हैं. लिहाजा स्कूल भी सूना पड़ा रहता है. गांव के जागरूक लोग स्वास्थ्य महकमे को कोस रहे हैं. जो कि सूचना के बाद गांव तो पहुंचे, लेकिन सिर्फ खानापूर्ति करके वापस लौट गये.
जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी भोपाल में है. वहीं जिला टीकाकरण अधिकारी सूचना के बाद गांव के दौरे पर गये थे. उनकी मानें तो गांव में चिकन पॉक्स के साथ-साथ पीड़ितों में खसरा के लक्षण भी मिले हैं. जिनके सैम्पल लेकर जांच के लिए भेजा गया है. साथ ही ग्रामीणों को सतर्कता बरतने की सलाह दी गई है.
बहरहाल छुआछूत के तौर पर पहचाने जाने वाली इस बीमारी से आस-पास के गांव भी दहशत में हैं कि कहीं बीमारी उन तक न पँहुच जाये. देखना होगा कि स्वास्थ्य अधिकारियों के दावे के बाद लोगों को इलाज और राहत मिलती है या उन्हें देवताओं का सहारा ही काम आता है.