भोपाल: विजयादशमी और देवी अहिल्याबाई होलकर के 300वें जयंती वर्ष पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने भोपाल स्थित निवास पर विधि-विधान से शस्त्र पूजन किया. उन्होंने आदिशक्ति श्री दुर्गा व प्रभु श्रीराम से समस्त प्रदेशवासियों के मंगल की कामना की. इस मौके सीएम मोहन यादव ने कहा कि, ''असत्य पर सत्य की जीत के लिए हम दशहरा मनाते हैं. दशहरा पर हम सबको हमारी सनातन संस्कृति से जोड़ता है और सत्य, धर्म, व साहस की प्रेरणा देता रहा है. आज के इस शुभ दिन पर मैं स्वर्गीय राजमाता विजयाराजे सिंधिया जी की जयंती पर उन्हें नमन करते हुए विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं. लोकमाता अहिल्याबाई जी का भी मैं स्मरण करता हूं, जिनके 300वें जयंती वर्ष को हम सभी उत्साह और गर्व के साथ मना रहे हैं.''
महेश्वर पहुंचे सीएम, देवी अहिल्या की तलवार का पूजन
इसके बाद डॉ मोहन यादव खरगोन जिले के महेश्वर में आयोजित कार्यक्रम में पहुंचे और परंपरा के अनुसार विधि-विधान से शस्त्र पूजन कर जन-जन को वीरता और शौर्य की प्रेरणा दी. मोहन यादव ने महेश्वर किले में पुण्यश्लोक लोकमाता देवी अहिल्याबाई होलकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया. सीएम ने कहा कि ये मेरा सौभाग्य है कि इस अवसर पर देवी अहिल्या जी की तलवार का भी पूजन किया.'' मोहन यादव ने महेश्वर में आयोजित कार्यक्रम में ₹83.29 करोड़ के विकास कार्यों का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया.
आज विजयादशमी के पावन पर्व पर महेश्वर, खरगोन स्थित किला में पुण्यश्लोक लोकमाता देवी अहिल्याबाई होलकर जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर चरणों में नमन एवं वंदन किया। ये मेरा सौभाग्य है कि इस अवसर पर देवी अहिल्या जी की तलवार का भी पूजन किया।
— Dr Mohan Yadav (@DrMohanYadav51) October 12, 2024
सुशासन, महिला सशक्तिकरण और इन्फ्रास्ट्रक्चर… pic.twitter.com/aQZcxZH5cI
शस्त्रेण रक्षिते राष्ट्रे,
— Dr Mohan Yadav (@DrMohanYadav51) October 12, 2024
शास्त्र चिंता प्रवर्तते...
महापर्व विजयादशमी और लोकमाता देवी अहिल्याबाई होलकर जी के 300वें जयंती वर्ष पर प्रदेशव्यापी शस्त्र पूजन कार्यक्रम के अंतर्गत भोपाल स्थित निवास पर विधि-विधान से शस्त्र पूजन किया एवं आदिशक्ति श्री दुर्गा व प्रभु श्रीराम से समस्त… pic.twitter.com/mfGj3BuuzX
लोगों के लिए आदर्श हैं लोकमाता देवी अहिल्याबाई
मोहन यादव ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि ''लोकमाता देवी अहिल्याबाई जी का नाम लेते ही पूरा शरीर आनंद में डूब जाता है. माता अहिल्याबाई जी के जन्म स्थान अहमदनगर का नामकरण उनके नाम पर किया गया, इसके लिए महाराष्ट्र सरकार को बधाई देता हूं. देवी अहिल्याबाई ने सुशासन, महिला सशक्तिकरण और इन्फ्रास्ट्रक्चर के विकास के साथ-साथ आपने धार्मिक-आध्यात्मिक उन्नति हेतु जो मूल्य एवं आदर्श स्थापित किये हैं, वे हम सभी को सदैव प्रेरणा प्रदान करेंगे.''