उज्जैन। शरीर को निरोग रखने के लिए योग जरूरी है, योग की अलग अलग विधा और आसन भी हैं, 21 जून को पूरी दुनिया योग दिवस मनाती है. योग जहां काया को स्वस्थ रखने में मदद करता है, वहीं जल योग लोगों को पानी में डूबने से बचाता है और पानी के अंदर सांस लेने की क्षमता बढ़ाती है. बाबा महाकाल की नगरी उज्जैन में क्षिप्रा नदी में तैराक दल के सचिव संतोष सोलंकी के निर्देशन में छोटे बच्चे तैराकी के साथ-साथ जलयोग भी सीख रहे हैं.
संतोष सोलंकी पिछले 5 सालों से तैराकी का अभ्यास करा रहे हैं, लेकिन अब सभी तैराकों को जलयोग भी सिखा रहे हैं. संतोष ने 3 सालों से पानी में ही योग करने का गुण अपने बच्चों को सिखाया और आज बड़ी संख्या में बच्चे पानी में योग करते नजर आ रहे हैं जिसमें प्राणायाम के सभी योग पद्मासन, सर्वांग आदि बच्चों ने करके भी दिखाए.
जलयोग करने वाली सपना मालवीय ने बताया कि जलयोग से ज्यादा देर तक पानी के अंदर सांस रोक सकते हैं, जिससे डूबने से बचा जा सकता है. योग का जीवन में बहुत महत्व है, इसकी अलग-अलग विधाएं शरीर को अलग-अलग तरह की बीमारियों-मुसीबतों से लड़ने की क्षमता बढ़ाती हैं. रोजाना योग करने से इंसान मन-मस्तिष्क और शरीर से पूरी तरह पूरी उम्र फिट रहता है.