जबलपुर : यदि आप किसी बड़े शहर से यात्रा शुरू करने वाले हैं और काफी कोशिश के बाद भी आपको कंफर्म टिकट नहीं मिल रही है तो मायूस होने की जरूरत नहीं है. कुछ ऐसे तरीके हैं जिनसे आपको कंफर्म टिकट मिलने की संभावना बढ़ जाएगी. ऐसे में अगर अपने गंतव्य तक जाने के लिए कंफर्म टिकट चाहते हैं तो आप इन चार तरीकों से ऐसा कर सकते हैं.
बड़े स्टेशनों के पहले से रिजर्वेशन
किसी बड़े शहर से यदि आपको यात्रा शुरू करनी है तो कोशिश कीजिए कि उसके ठीक पहले वाले किसी स्टेशन से अपनी डेस्टिनेशन तक का रिजर्वेशन करें. ऐसा करने से बहुत संभावना रहती है कि पीछे वाले स्टेशन से आपको सीट खाली मिल जाए, क्योंकि ज्यादातर छोटे रेलवे स्टेशन के कोटे का इस्तेमाल नहीं हो पाता. यही वजह है कि अक्सर ऐसा करने से कंफर्म टिकट मिल जाती है. इसमें सिर्फ आपको इस बात का ध्यान रखना होगा कि आप बोर्डिंग कहां से कर रहे हैं. इस बात का जिक्र अपनी टिकट में जरूर कीजिए. वरना सीट पर आपके नहीं होने से टिकट कलेक्टर आपकी सीट को खाली मान सकता है.
कंसीडर फॉर ऑटो अपग्रेडेशन
जब आप अपनी टिकट बुक करवा रहे हैं तो इस ऑप्शन (Consider for auto upgradation) को जरूर सिलेक्ट कीजिए. यह ऑप्शन आपकी यात्रा में चार चांद लगा सकता है. यदि आपकी टिकट वेटिंग की है और आपने स्लीपर क्लास में टिकट बुक करवाई थी और मान लीजिए कि एसी में अतिरिक्त सीटें खाली जा रही हैं, तो ऐसी स्थिति में रेलवे आपको बिना कोई पैसा लिए आपकी सीट को ऑटो अपग्रेड कर एसी में सीट अलॉट कर सकता है. इसका आपसे कोई अलग से चार्ज भी नहीं लिया जाएगा. कई बार यात्रियों को थर्ड ऐसी से अपग्रेड कर सेकंड एसी में भी टिकट दे दिया जाता है.
GNWL है तो बिना देर के करें रिजर्वेशन
यदि आप वेटिंग टिकट ले रहे हैं तो उसमे अलग-अलग कोटे में वेटिंग लिस्ट की जानकारी होती है. इनमें से सबसे ज्यादा चांस GNWL की टिकट कंफर्म होने का होता है. इसलिए जब भी आप वेटिंग टिकट लेने तो कोशिश करें तो GNWL के कोटे से ही टिकट लें. यह जनरल वेटिंग लिस्ट होती है, जिसे रेलवे सबसे पहले कंफर्म करता है.
करंट अवेलेबिलिटी में बुकिंग (Current Availability)
हर ट्रेन में बड़े शहरों के लिए वीआईपी कोटा मिलता है. इसमें जिन शहरो से गाड़ी शुरू होती है उसमें कोटा कुछ ज्यादा होता है और बाकी गाड़ियों में भी कुछ ना कुछ कोटा हर बड़ी स्टेशन का होता है. लेकिन इन कोटे की सीटें भी कई बार खाली रह जाती हैं. ऐसी स्थिति में चार्ट बनने के बाद भी ये सीटें खाली रहने पर बुकिंग के दौरान ''करंट अवेलेबिलिटी'' स्टेटस दिखता है, जिससे आपको तुरंत कंफर्म टिकट मिल जाता है. इसके अलावा कुछ बड़े शहरों में बुकिंग टिकट काउंटर के ठीक पास ट्रेन शुरू होने के ठीक पहले तक टिकट कैंसिलेशन की जानकारी आती रहती है. इसमें यदि आपकी किस्मत अच्छी रही तो आपको बिल्कुल अंतिम समय में भी कंफर्म टिकट मिल सकती है.
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क्या कहते हैं जानकार?
ट्रैवलिंग एजेंट प्रकाश वर्मा कहते हैं, '' कई ट्रैवल एजेंट इन्हीं ट्रिक्स के जरिए कस्टमर्स को कंफर्म टिकट दिलाते हैं. हालांकि, ये भी किस्मत की ही बात है कि आपको कंफर्म टिकट मिल जाए, क्योंकि ट्रैवलिंग डेट जितनी नजदीक आ जाती है, टिकट मिलने की संभावना उतनी कम हो जाती है .'' वहीं रेलवे पीआरओ के मुताबिक, '' कई यात्री इस तरह की ट्रिक्स आजमाते हैं और कंफर्म टिकट पाने में सफल भी रहते हैं, पर हर बार ऐसा हो इसकी गारंटी नहीं. ऐसे में यात्रियों को लंबी यात्रा के लिए एडवांस प्लानिंग करनी चाहिए. हालांकि, त्योहारों के लिए रेलवे लगातार स्पेशल ट्रेनों और कोचों की संख्या बढ़ा रहा है, जिससे ज्यादा से ज्यादा यात्रियों को कंफर्म टिकट मिले.''