उज्जैन। विक्रम यूनिवर्सिटी की कार्यप्रणाली को लेकर एक बार फिर सवाल खड़े होने लगे हैं. विक्रम विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर विभाग के अधिकारियों ने ऑनलाइन प्रश्न पत्र उपलब्ध कराने को लेकर मशक्कत होती रही. जिसके कारण छात्र परेशान होते रहे. इसके साथ ही विक्रम विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर आगामी परीक्षाओं के प्रश्न पत्र भी अपलोड कर दिए. हालांकि इस मामले में विक्रम विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. डीके बग्गा ने कहा कि मामला सामने आया है और हम दिखा रहे हैं और जो दोषी होगा उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी.
उज्जैन विक्रम विश्वविद्यालय के अफसर कितने लापरवाह हैं. इसका उदाहरण देखने को मिला एक और तो यहां ऑनलाइन विक्रम विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर 5 सितंबर से शुरू हो रही परीक्षाओं के प्रश्न पत्र उपलब्ध कराने के दावे खोखले साबित हुए. वहीं दूसरी ओर विभाग की लापरवाही के कारण आगामी तिथि को ऑनलाइन वेबसाइट पर प्रश्न पत्र आउट हो गए. दरअसल विक्रम विश्वविद्यालय प्रशासन ने ऑनलाइन प्रश्न पत्र उपलब्ध कराने के लिए विक्रम विद्यालय की वेबसाइट पर प्रश्न पत्र को प्रश्न कोर्ट के साथ में अपलोड किया था. जिसमें असावधानी के कारण विश्व विद्यालय की आगामी तिथि में होने वाले दो विषय की परीक्षाओं के प्रश्नपत्र लोड हो गए. जिससे कालेजों में छात्रों ने खोलकर देख लिया है.
आगामी आयोजित होने वाली बीएम तृतीय साल की परीक्षा के लोक प्रशासन विषय के प्रश्न पत्र 6275 भी उपलब्ध है. खास बात यह है कि प्रश्नपत्र डालने के बाद अधिकांश कॉलेजों ने आगे होने वाले प्रश्न पत्र भी खोल लिए थे. हालांकि दोपहर बाद इसकी सूचना मिलने पर विश्वविद्यालय प्रशासन में हड़कंप मच गया था. मामले को लेकर अधिकारियों ने अपना बचाव करते नजर आए, तो वहीं पूरे मामले की जांच के आदेश भी दे दिए गए हैं.