उज्जैन। जिले में मास्क नहीं पहनने वालों लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए अब टेक्नोलॉजी की मदद ली जा रही है. स्मार्ट सिटी के कमांड एंड कंट्रोल में स्थापित इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम के तहत सीसीटीवी कैमरों की मदद से सड़क पर गुजरने वाले बाइक सवारों में ऐसे बाइक सवारों की पहचान की जा रही है. जो बिना मास्क के घूम रहे हैं. ऐसे लोग चौराहे पर लगे कैमरों की जद में आते हैं. कैमरा इनका फोटो कैप्चर कर लेता है और गाड़ी की नंबर प्लेट के आधार पर चालान घर पहुंच जाता है. जिसके बाद व्यक्ति को 200 का चालान घर भेजा दिया जाता है.
इसके चलते उज्जैन में पिछले 2 दिन में अब तक 64 लोगों के घर चालान पहुंचा. अलग कंप्यूटर जनरेटेड नोटिस में हिदायत दी गई है कि वह फाइन को 7 दिन के अंदर नगर निगम में जमा करवा कर रसीद प्राप्त करें, नहीं तो ऐसे लोगों के खिलाफ महामारी एक्ट के तहत कार्रवाई की जाएगी. इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम के कमांड एंड कंट्रोल स्मार्ट सिटी के हाथों में है.
- चौराहे पर भी हो रही है चेकिंग
उज्जैन में लगातार बढ़ रहे कोरोना वायरस को लेकर करीब 15 दिनों से सड़कों पर बिना मास्क वालों लोगों के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है. जिसमें रोजाना हजारों रुपए के फाइन और कई लोगों को जेल की हवा भी खानी पड़ रही है. इसके बावजूद भी अब लोग समझ नहीं रहे तो शहर पर लगे ट्रैफिक सिग्नल के कैमरों की मदद से उन लोगों को पकड़ा जा रहा है. जो किसी न किसी तरह से बचकर निकल जाते थे.
उज्जैन जिले में मास्क पहनकर निकलना अनिवार्य किया गया है. माक्स नहीं पहनने वालों पर 324 उल्लंघन करने वालों पर 67 हजार 300 का जुर्माना लगाया गया है. वहीं 845 व्यक्तियों को अस्थाई जेल भेजा गया है. यह अभियान जिले में हर रोज सख्ती से चलाया जा रहा है.
हरदा में कोरोना रोकथाम को लेकर प्रशासन सख्त, बिना मास्क वालों के खिलाफ हुई कार्रवाई
- पुलिस से भीड़ जाते हैं कई लोग
चालानी कार्रवाई के दौरान मास्क नहीं पहनने को लेकर चालानी कार्रवाई की जाती है. तब कई लोग पुलिस से भिड़ जाते हैं. जब महिलाएं साथ होती हैं. तो वह भी अभद्रता पर उतर जाती हैं. ऐसे लोगों के लिए स्मार्ट सिटी के कमांड एंड कंट्रोल में स्थापित इंट्रीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम के तहत सीसीटीवी कैमरे काफी मददगार साबित हो रहे हैं.
कोरोना की दूसरी लहर में रोजाना बड़ी संख्या में मिल रहे हैं. मरीज उज्जैन में जनवरी माह में कोरोना के मरीजों की संख्या घटकर महज एक दो या तीन रह गई थी. लेकिन मार्च महीने आते आते ही जिस तरह रफ्तार से कोरोना के मरीज मिलना शुरू हुए है. उससे पूरा स्वास्थ्य अमला और प्रशासनिक अधिकारी सकते में हैं. कोराना की ये दूसरी लहर बताई जा रही है. उज्जैन में मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है. पिछले 10 दिनों में अब तक कुल 729 संक्रमित मरीज मिल चुके हैं.