उज्जैन। अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के दिन रामजी की चरण पादुका की भी स्थापना की जाएगी. ये चरण पादुका यात्रा के रूप में शनिवार को महाकाल मंदिर पहुंची. यहां पूजन के बाद यात्रा रवाना हो गई. अब यह चरण पादुका 22 जनवरी को अयोध्या में राम मंदिर में स्थापित होंगी. ये चरण पादुका श्रीलंका में तैयार करवाई गई हैं और वहीं से यात्रा के रूप में उन सभी शहरों में पहुंच रही हैं जहां भगवान श्रीराम के चरण पड़े थे.
उज्जैन पहुंचा चरण पादुका रथ
श्रीलंका से विभिन्न पौराणिक महत्व वाले शहरों से होता हुआ चरण पादुका रथ शनिवार को उज्जैन के महाकाल मंदिर पहुंचा.यात्रा का उज्जैन में स्थानीय श्रद्धालुओं ने भव्य स्वागत किया. इसके बाद महाकालेश्वर मंदिर में विधि-विधान से चरण पादुका का पूजन अर्चन किया गया. इसके बाद रथ को आगे के लिए रवाना किया गया.
सभी तीर्थ स्थलों से गुजर रहा रथ
चरण पादुका रथ उन सभी स्थानों और तीर्थ स्थलों से गुजर रहा है जहां वनवास काल में भगवान श्रीराम के चरण पड़े थे. इसके अलावा भी यह यात्रा राम वन गमन पथ के आसपास पढ़ने वाले आध्यात्मिक महत्व या पौराणिक महत्व के स्थानों पर भी जा रही है.यह यात्रा उन सभी स्थानों पर भी जाएगी जहां से भरत चरण पादुका लेकर निकले थे.ये चरण पादुका उज्जैन के बाद चित्रकूट और फिर अयोध्या ले जायेंगे. 19 जनवरी को यात्रा अयोध्या पहुंचेगी जहां श्रीराम की चरण पादुका को विधिवत पूजा अर्चना के साथ स्थापित किया जाएगा.
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श्रीलंका में बनी हैं चरण पादुका
अयोध्या में स्थापित होने जा रहीं यह चरण पादुका श्रीलंका में ही तैयार करवाई गई हैं. अलग-अलग नदियों के जल, अयोध्या की मिटटी, सहित चांदी और सोने से बनी ये चरण पादुका तैयार करवाई गई हैं. श्रीलंका की अशोक वाटिका से इस चरण पादुका यात्रा की शुरुआत हुई थी. करीब 44 दिन तक चलने वाली इस यात्रा की शुरुआत श्रीलंका की अशोक वाटिका से हुआ था.