उज्जैन। मोक्षदानी शिप्रा के घाट पर बुधवार को नदी में सैकड़ों की संख्या में मछलियां मर गईं. नदी पर स्नान करने पहुंचे श्रद्धालु मरी हुई मछली की बदबू से परेशान होते नजर आए. वहीं कई लोग मरी हुई मछली को अपने साथ उठा-उठा कर ले गए. बताया जा रहा है कि शमशान घाट के पास में आज स्टाफ डेम का पानी छोड़ा गया था. जिसके कारण ऑक्सीजन कम हो जाने से मछलियां मरी होगी.
मछलियों के मरने से फैली बदबू: उज्जैन की शिप्रा नदी में सैंकड़ों मछलियां तड़प-तड़प कर मर गईं. बता दें कि शिप्रा नदी में वैसे ही रूका हुआ पानी होने और इसमें नाले का गंदा पानी मिलने के कारण भी पहले कई बार सैंकड़ों मछलियां गंदे पानी के कारण दम तोड़ चुकी है. उज्जैन के शिप्रा नदी पर हजारों की संख्या में श्रद्धालु पिंडदान तर्पण करने पहुंचते हैं. इसके साथ ही स्नान भी करते हैं, लेकिन आज मरी हुई मछलियों के कारण पूरे क्षेत्र में बदबू फैल गई.
यहां पढ़ें
यहां पढ़ें... |
ऑक्सीजन कम होने से तड़प-तड़प कर मरी मछलियां: शिप्रा को शुद्ध करने को लेकर साधु संत भी लगातार विरोध प्रदर्शन करते आ रहे हैं, लेकिन शिप्रा शुद्ध नहीं हो पाई. क्योंकि शिप्रा में मिल रहे गंदे नाले और नदी के गंदे पानी के कारण शिप्रा का ऑक्सीजन घाटा हुआ है. जिसके कारण मछलियां मर गई. धोबी घाट पर काम करने वाले मोहम्मद जाकिर ने बताया कि बड़े पुल के पास बने स्टांप डेम को बंद कर दिया गया. इसके आगे भी चक्रतीर्थ के आगे बने स्टॉप डेम का पानी छोड़ा है. कारण है कि यहां पर कंपनी के काम के लिए पानी हटाकर क्षेत्र को खाली किया गया है. जिससे बड़े पुल के समीप पानी कम होने से ऑक्सीजन की कमी हुई, जिसके कारण सैंकड़ों मछलियां तड़प-तड़प कर मर गई.