उज्जैन। एक तरफ पशुओं कों लेकर राज्य शासन में बैठे जिम्मेदार पशु मालिकों के विरुद्ध सख्ती बरतने और पशुओं को खुला छोड़ने पर 5000 हजार रुपए जुर्माना लगाने की बातें कह रहे हैं. साथ ही कहा गया है कि आवार घूम रहे पशुओं को नगर निगम, नगर पालिका, नगर परिषद ये सभी विशेष अभियान चलाकर उन्हें सुरक्षित जगह छोड़ेंगे, लेकिन उज्जैन जिले में ये सब आदेश बीते कई दिनों से व्यर्थ नजर आ रहें है. ऐसा इसलिए कहा जा रहा है क्योंकि श्रद्धालु महाकाल लोक में घुस रहे आवारा मवेशियों से परेशान हैं.
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महाकाल लोक में घुस रहे आवारा पशु: उज्जैन नगर निगम और श्री महाकाल मंदिर समिति दोनों के जिम्मेदारों की लापरवाही की पोल खोलती तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है. तस्वीरों में आवारा पशुओं का बोलबाला दिखाई दे रहा है. तस्वीरों में महाकाल लोक में आवारा पशु घूमते दिखाई दिए हैं. मवेशी पेड़-पौधों को कुचलते हुए श्रद्धालुओं के पीछे भागते नजर आ रहे हैं. जहां वे बमुश्किल अपनी जान बचा रहे हैं. जो की एक बड़ी लापरवाही को उजागर करता है.
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पूर्व में भी कई मामले आए: हालांकि ये कोई पहली बार नहीं है. इससे पहले जिले के नागदा में नगर पालिका की लापरवाही सामने आई. कहीं जानवर लड़ते-लड़ते ढाबे में घुस गए, कहीं बच्चे को उठा कर पटकते दिखे. तो कहीं घर के दरवाजे पर बैठी बुजुर्ग महिला को घायल किया. रोड पर लड़ते भी नजर आए. हाल ही में ट्रेचिंग ग्राउंड में भी जानवर प्लास्टिक, कचरा खाते रहते हैं.