उज्जैन। 28 मई को तेज आंधी के कारण महाकाल लोक में लगी सप्तर्षियों की मूर्ति गिरकर क्षतिग्रस्त हो गई थी. इसको लेकर कांग्रेस ने भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए थे. वहीं, लोकायुक्त में शिकायत दर्ज कराई थी. इसके बाद स्मार्ट सिटी के द्वारा कंपनी ने गुजरात और उत्तर प्रदेश के कारीगरों द्वारा मूर्तियों को अपने स्थान से हटा कर मजबूती देने का कार्य किया जा रहा है. यह कार्य 1 महीने में पूरा होगा, क्योंकि मॉनसून का समय है और ऐसे में किसी मूर्ति को नुकसान न पहुंचे. इसलिए उन्हें मजबूती दी जा रही है.
सप्तर्षियों की 6 मूर्तियों को पहुंचा था नुकसानः महाकाल की नगरी में आंधी के चलते सप्तर्षियों की 6 मूर्ति को नुकसान पहुंचा था. 825 करोड़ रुपये की लागत से हुए कार्य को लेकर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगे थे. वहीं, कांग्रेस ने बीजेपी सरकार और कलेक्टर से लेकर तमाम लोगों पर भ्रष्ट होने के आरोप लगाए थे. वहीं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा था कि "सप्त ऋषियों की जो मूर्तियां खराब हुई है उन्हें मजबूती से दोबारा लगाया जाएगा, ताकि दोबारा ऐसी घटना पेश ना आए. इसको लेकर सप्तऋषियों की नई मूर्तियों को अपनी जगह से हटाकर मजबूती का कार्य किया जा रहा है.
स्टील के पाइपों से दी जा रही है मजबूतीः स्टील की मजबूत पाइप लगाए जा रहे हैं, जिससे आंधी तूफान का सामना कर सकें और मूर्तियों को नुकसान न हो सके. इसके अलावा कार्तिकेय की मूर्ति को भी स्टील की पाइप लगाकर मजबूती दी जा रही है. वहीं, पार्वती की गोद में गणेश वाली मूर्ति को भी स्टील के पाइप लगाकर मजबूती दी जा रही है. इसके अलावा भगवान गणेश की मूर्ति को भी हैवी पाइप लगाकर मजबूती दी जा रही है. ताकि बारिश के कारण तेज आंधी तूफान की स्थिति बनती है, तो मूर्तियां उसका सामना कर सकें.
ये भी पढ़ें :- |
सभी मूर्तियों को मजूबती दी जाएगीः इसको लेकर स्मार्ट सिटी के इंजीनियर नीरज पांडे ने बताया, ''एक-एक कर सभी मूर्तियों को मजूबती दी जाएगी. इसके लिए कंपनी को एक माह का टारगेट दिया गया है. फिलहाल गुजरात से आए मूर्तिकार सभी मूर्तियों को मजबूती दे रहे हैं. शुरुआत में जो बड़ी लंबी मूर्तिया हैं उन पर काम हो रहा है. उसके बाद छोटी मूर्तियों को भी मजबूती दी जाएगी. पहले दिन महाकाल लोक में लगी कार्तिकेय की मूर्ति, माता पार्वती की गोद में बैठे गणेश और कार्तिकेय, रावण, गणेश सहित अन्य मूर्तियों को ठीक किया जा रहा है.