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उज्जैन में कांवड़ यात्रा पर प्रतिबंध, जिले की सीमा में लागू रहेगी धारा 144, सवारी के लिए रुट तय - Ban on Kanwar Yatra in Sawan month

उज्जैन जिला प्रशासन ने कोरोना गाइडलाइन को देखते हुए कांवड़ यात्रा को जिले की सीमा में प्रतिबंधित कर दिया है. प्रशासन के आदेश के अनुसार जिले की राजस्व सीमा में धारा 144 लागू रहेगी. तय संख्या के आधार पर भक्त दर्शन के लिए आ सकते है.

Kavadis will not get entry in city of Mahakal
कांवड़ियों के महाकाल की नगरी में नहीं मिलेगा प्रवेश
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Published : Jul 22, 2021, 3:52 PM IST

Updated : Jul 22, 2021, 4:47 PM IST

उज्जैन। श्रद्धालुओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए उज्जैन जिला प्रशासन ने महाकाल मंदिर में कांवड़ियों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया है. प्रशासन के आदेश के अनुसार जिले की राजस्व सीमा में धारा 144 के तहत कांवड़ यात्रा पर प्रतिबंध रहेगा. साथ ही श्रावण और भादौ में निकलने वाली सवारियों के लिए भी मार्ग तय किया गया है. जिसमें श्रद्धलूओं के प्रवेश पर प्रतिबंध रहेगा. वहीं मंदिर में श्रद्धलूओं की संख्या बढ़ाने पर जिला प्रशासन विचार कर रहा है.

कांवड़ियों के महाकाल की नगरी में नहीं मिलेगा प्रवेश

अभी मंदिर में प्रवेश के लिए यह है व्यवस्था

महाकाल मंदिर में दर्शन व्यवस्था सुबह 6 से रात 8 बजे तक 7 स्लॉट में प्री बुकिंग के साथ हो रही है. जिसमें वैक्सीन सर्टिफिकेट या 48 घण्टे के अंदर की कोरोना नेगेटिव रिपोर्ट दिखाना जरुरी हैं. मंदिर में दर्शन के लिए प्री बुकिंग कोई नहीं करवा पाता है, तो उसके लिए एंट्री द्वार पर ही 251 रसीद का काउंटर ही जिसके माध्यम से दर्शन हो सकते है. मंदिर में भस्म आरती, संध्या और शयन आरती में प्रवेश प्रतिबंधित है.

कर्नाटक के नवनियुक्त राज्यपाल थावरचंद गहलोत ने किए बाबा महाकाल के दर्शन

पिछले साल प्री बुकिंग पर कांवड़ियों को मिला था प्रवेश

पिछले साल की व्यवस्था की बात करें तो मंदिर प्रशासन ने कांवड़ यात्रियों और आम लोगों द्वारा लाए गए जल को एक पात्र में एकत्र किया था. पात्र भर जाने पर उसमें से प्रतीकात्मक रूप से दो घड़े जल भरकर भगवान को अर्पित किया था. कांवड़ियों को भी आम लोगों की तरह मंदिर में प्री बुकिंग के माध्यम से दर्शन करवाएं गए थे. इस बार मंदिर में क्या व्यवस्था होती है उसपर अंतिम निर्णय अभी बाकी है.

महाकालेश्वर मंदिर पहुंचे झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री, गणेश मंडप की बैरिकेडिंग से किए बाबा महाकाल के दर्शन

25 जुलाई से शुरू होगा सावन माह

24 जुलाई को आषाढ़ मास के समाप्त होते ही 25 जुलाई से सावन माह शुरू हो जाएगा. सावन के महीने इस बार 4 सोमवार होंगे. सावन के सभी सोमवार और भादौ माह के अमवस्या से पहले आने वाले सोमवार को बाबा महाकाल की सवारी निकाली जाती है. लेकिन बीते वर्ष कोरोना के चलते सवारी को पारंपरिक मार्ग से नहीं ले जाते हुए नए मार्ग से ले जाया गया था. सवारी में किसी भी श्रद्धालु को प्रवेश नहीं दिया गया था.

इस वर्ष निकलेगी कुल सात सवारी

पहली सवारी, सावन का पहला सोमवार: 26 जुलाई 2021
दूसरी सवारी, सावन का दूसरा सोमवार: 2 अगस्त 2021
तीसरी सवारी, सावन का तीसरा सोमवार: 9 अगस्त 2021
चौथी सवारी, सावन का चौथा सोमवार: 16 अगस्त 2021
पांचवी सवारी, भादौ का पहला सोमवारः 23 अगस्त 2021
छटी सवारी, भादौ का दूसरा सोमवारः 30 अगस्त 2021
अंतिम और शाही सवारी, भादौ का तीसरा सोमवारः 6 सितंबर 2021

उज्जैन। श्रद्धालुओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए उज्जैन जिला प्रशासन ने महाकाल मंदिर में कांवड़ियों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया है. प्रशासन के आदेश के अनुसार जिले की राजस्व सीमा में धारा 144 के तहत कांवड़ यात्रा पर प्रतिबंध रहेगा. साथ ही श्रावण और भादौ में निकलने वाली सवारियों के लिए भी मार्ग तय किया गया है. जिसमें श्रद्धलूओं के प्रवेश पर प्रतिबंध रहेगा. वहीं मंदिर में श्रद्धलूओं की संख्या बढ़ाने पर जिला प्रशासन विचार कर रहा है.

कांवड़ियों के महाकाल की नगरी में नहीं मिलेगा प्रवेश

अभी मंदिर में प्रवेश के लिए यह है व्यवस्था

महाकाल मंदिर में दर्शन व्यवस्था सुबह 6 से रात 8 बजे तक 7 स्लॉट में प्री बुकिंग के साथ हो रही है. जिसमें वैक्सीन सर्टिफिकेट या 48 घण्टे के अंदर की कोरोना नेगेटिव रिपोर्ट दिखाना जरुरी हैं. मंदिर में दर्शन के लिए प्री बुकिंग कोई नहीं करवा पाता है, तो उसके लिए एंट्री द्वार पर ही 251 रसीद का काउंटर ही जिसके माध्यम से दर्शन हो सकते है. मंदिर में भस्म आरती, संध्या और शयन आरती में प्रवेश प्रतिबंधित है.

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पिछले साल प्री बुकिंग पर कांवड़ियों को मिला था प्रवेश

पिछले साल की व्यवस्था की बात करें तो मंदिर प्रशासन ने कांवड़ यात्रियों और आम लोगों द्वारा लाए गए जल को एक पात्र में एकत्र किया था. पात्र भर जाने पर उसमें से प्रतीकात्मक रूप से दो घड़े जल भरकर भगवान को अर्पित किया था. कांवड़ियों को भी आम लोगों की तरह मंदिर में प्री बुकिंग के माध्यम से दर्शन करवाएं गए थे. इस बार मंदिर में क्या व्यवस्था होती है उसपर अंतिम निर्णय अभी बाकी है.

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25 जुलाई से शुरू होगा सावन माह

24 जुलाई को आषाढ़ मास के समाप्त होते ही 25 जुलाई से सावन माह शुरू हो जाएगा. सावन के महीने इस बार 4 सोमवार होंगे. सावन के सभी सोमवार और भादौ माह के अमवस्या से पहले आने वाले सोमवार को बाबा महाकाल की सवारी निकाली जाती है. लेकिन बीते वर्ष कोरोना के चलते सवारी को पारंपरिक मार्ग से नहीं ले जाते हुए नए मार्ग से ले जाया गया था. सवारी में किसी भी श्रद्धालु को प्रवेश नहीं दिया गया था.

इस वर्ष निकलेगी कुल सात सवारी

पहली सवारी, सावन का पहला सोमवार: 26 जुलाई 2021
दूसरी सवारी, सावन का दूसरा सोमवार: 2 अगस्त 2021
तीसरी सवारी, सावन का तीसरा सोमवार: 9 अगस्त 2021
चौथी सवारी, सावन का चौथा सोमवार: 16 अगस्त 2021
पांचवी सवारी, भादौ का पहला सोमवारः 23 अगस्त 2021
छटी सवारी, भादौ का दूसरा सोमवारः 30 अगस्त 2021
अंतिम और शाही सवारी, भादौ का तीसरा सोमवारः 6 सितंबर 2021
Last Updated : Jul 22, 2021, 4:47 PM IST
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