उज्जैन: महाकाल मंदिर तक पहुंचने के लिए श्रद्धालुओं के लिए एक और नया मार्ग खोल दिया गया है. मुख्यमंत्री मोहन यादव ने शनिवार रात 8:30 बजे रुद्रसागर पर बने नए ब्रिज का लोकार्पण किया. करीब 25 करोड़ रुपये की लागत से तैयार इस ब्रिज के खुलने के बाद श्रद्धालु शक्ति पथ से सीधे महाकाल मंदिर तक पहुंच सकेंगे. जिससे उनकी यात्रा और भी आसान हो जाएगी.
अशोक सेतु रखा नए ब्रिज का नाम
इस अवसर पर भव्य आतिशबाजी की गई. वहीं शंख और डमरू की ध्वनि से मुख्यमंत्री का स्वागत किया गया. मुख्यमंत्री ने नए ब्रिज का नाम सम्राट अशोक सेतु के नाम से नाम रखा. इसके बाद मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव भगवान महाकाल के दर्शन के लिए पहुंचे. उन्होंने यहां भगवान महाकाल का पूजन अभिषेक कर आशीर्वाद लिया.
श्रद्धालुओं को डेढ़ किलोमीटर कम चलना पड़ेगा
नए ब्रिज के शुरू होने से चारधाम मंदिर की ओर से आने वाले श्रद्धालुओं को करीब डेढ़ किलोमीटर की दूरी कम तय करनी होगी. मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा कि महाकाल मंदिर में भक्तों की संख्या लगातार बढ़ रही है, ऐसे में उन्हें सुविधाजनक मार्ग उपलब्ध कराना आवश्यक है.
अशोक सेतु; विरासत से विकास और प्रदेश के स्वर्णिम भविष्य का पथ pic.twitter.com/i2VnlJV1CW
— Dr Mohan Yadav (@DrMohanYadav51) February 15, 2025
ब्रिज से दिखेगा लाइट एंड साउंड शो का अद्भुत नजारा
ब्रिज के चालू होने के बाद यहां से श्रद्धालु जल्द ही लेजर लाइट एंड साउंड शो का आनंद ले सकेंगे. इस शो के जरिए भगवान शिव के प्राकट्य और उज्जयिनी की ऐतिहासिक गाथा को दिखाया जाएगा. इसके लिए टेंडर की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है. ब्रिज से खड़े होकर श्रद्धालु महाकाल लोक का भव्य दृश्य देख पाएंगे. नए ब्रिज का मार्ग खुलने के बाद श्रद्धालुओं को एक और सुगम प्रवेश द्वार मिल गया है, जिससे मंदिर तक पहुंचना और भी आसान हो जाएगा.
![ashok bridge built on rudra sagar](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/16-02-2025/mp-ujj-06-mohan-mp10029_15022025215115_1502f_1739636475_196.jpg)
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![Mohan Yadav inaugurated new bridge](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/16-02-2025/mp-ujj-06-mohan-mp10029_15022025215115_1502f_1739636475_922.jpg)
महाकाल मंदिर तक पहुंचने के लिए अब सात मार्ग उपलब्ध
इस ब्रिज के खुलने से महाकाल मंदिर तक पहुंचने का यह सातवां मार्ग बन गया है. पहले से उपलब्ध छह रास्ते इस प्रकार हैं:
1. तोपखाना से महाकाल चौक मार्ग (पूर्व दिशा)
2. सरस्वती शिशु मंदिर महाकालपुरम मार्ग (पश्चिम दिशा)
3. नीलकंठ वन, भारत माता मंदिर मार्ग (बेगमबाग से)
4. नंदी द्वार से श्री महाकाल महालोक मार्ग (त्रिवेणी कला संग्रहालय के सामने)
5. पिनाकी द्वार से सरफेस पार्किंग मार्ग (बड़ा रुद्रसागर तरफ)
6. हरसिद्धि शक्तिपीठ मंदिर चौराहा मार्ग
7. हेरिटेज धर्मशाला के समीप प्राचीन महाकाल द्वार मार्ग