उज्जैन। जिला प्रशासन की जनसुनवाई में उज्जैन केंद्रीय भैरवगढ़ जेल के ही 2 सिपाहियों ने जेल में चल रही अनियमितताओं को लेकर कलेक्टर से शिकायत दर्ज कराई है. साथ में यह भी आरोप लगाए हैं कि जेल में नशीले पदार्थ की बिक्री से लेकर ड्यूटी लगाने और कर्मचारियों को सरकारी क्वाटर दिलवाने के नाम पर रुपए की मांग की जाती है. दोनों प्रहरियों ने इस पूरे मामले में शिकायत दर्ज कराई है. शिकायत के बाद उज्जैन कलेक्टर ने जांच के आदेश दिए हैं. जेल में जाने वाली हर सामग्री का रेट तय है.
अनियमितताओं के गंभीर आरोप: उज्जैन केन्द्रीयभैरवगढ़ जेल में चल रही अनियमितताओं को लेकर सिपाही नरेंद्र कुमार चौधरी ने बताया कि केंद्रीय भैरवगढ़ जेल में कैंटीन से जेल में बंद कैदियों के लिए चरस ,गांजा ,शराब ,तक पहुंचाया जाता है. जेल के अंदर कुछ भी सामान पहुंचाने से पहले उसकी जांच पड़ताल की जाती है इसके बाद ही जेल में सामान सप्लाई किया जाता है लेकिन जेल के प्रहरी कैंटीन से जाने वाले सामान की तलाशी नहीं लेते हैं.
तंबाकू सिगरेट के लिए भी रेट तय: नरेन्द्र ने आरोप लगाया कि छुट्टी लेने से लेकर शासकीय आवास आवंटन कराने के लिए 35 से 50 हजार तक रुपए की डिमांड की जाती है. केंद्रीय जेल में जाने वाले सामान का रेट फिक्स है. शराब 2 हजार रुपए तो वहीं नमकीन का रेट अलग है और खाने का 3 हजार रुपए तक का रेट है. जेल के अंदर तम्बाकू, सिगरेट के लिए 300 से 500 रुपए लिए जाते हैं. बड़ी अनियमितताएं केंद्रीय जेल में चल रही हैं लेकिन शिकायत के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई है.
जेलर ने आरोपों से झाड़ा पल्ला: उज्जैन जिला कलेक्टर ने मीडिया बात करते हुए कहा कि आज मंगलवार को जनसुनवाई के दौरान केंद्रीय भैरवगढ़ जेल के 2 सिपाहियों ने शिकायत दर्ज कराई है पर यह मामला विभाग से संबंधित समस्या है उसको बाहर की फोरम पर नहीं लाना चाहिए. अन्य शिकायत है उसको दिखवा रहे है. उज्जैन भैरवगढ़ जेल अधीक्षक उषा राजे ने अपने ऊपर लगे आरोपों पर कहा कि जेल में गुट बनाकर ये लोग अनियमितता कर रहे थे. इन लोगो को अलग जगह लगाया तो नरेंद्र ने एक माह से जेल में आना छोड़ दिया. हमने जेल की तरफ से नरेंद्र को नोटिस भी भिजवाए लेकिन नरेंद्र नहीं आया और नरेंद्र हम पर झूठे आरोप लगा रहे है.