उज्जैन। जिले की घट्टिया तहसील के कागदी कराड़िया की ओर से निकली शिप्रा नदी में जहरीला केमिकल मिलाया जा रहा था. जिसके चलते आसपास के मवेशियों की चमड़ी जलने लगी और निकल रही थी. मवेशी लगातार बीमारी की चपेट में आ रहे थे. फसल पर भी इसका प्रभाव पड़ रहा था. ग्रामीणों की शिकायत पर जनपद अध्यक्ष प्रतिनिधि, तहसीलदार, हल्का पटवारी नदी किनारे पहुंचकर जांच की. पास बने शेड से अंडर ग्राउंड पाइप मिला. प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए शेड को सील किया. जांच के लिए प्रदूषण विभाग की टीम पहुंची.
शिकायत पर प्रशासन ने की कार्रवाई: घट्टिया तहसील के रलायता भोजा में चोरी छिपे केमिकल के टैंकर शिप्रा नदी में खाली करने का मामला सामने आया है. ग्रामीणों की शिकायत पर जब शिकायत के बाद जनपद अध्यक्ष प्रतिनिधि ईश्वर सिंह कराड़ा, नायब तहसीलदार मोहम्मद इरशाद, हल्का पटवारी राहुल पाटीदार, आस पास की ग्राम पंचायत के सरपंच-सचिव व ग्रामीण पहुंचे और जांच की तो पता चला कि नदी के पास करीब 150 फीट का बड़ा पाइप दिखाई दिया जो नदी किनारे बने शेड में जा रहा था. शेड की जांच में पता चला कि लम्बे समय से यहां पर किसी फैक्ट्री के केमिकल को पाइप द्वारा चोरी छिपे नदी में डाला जा रहा था.
केमिकल की मिलावट का सैंपल भेजा गया: उज्जैन के नायब तहसीलदार मोहम्मद इरशाद ने बताया कि "ग्रामीणों की शिकायत पर और सूचना पर जांच की है. केमिकल के सैंपल लेकर लेबोरेटरी भेजे हैं और शेड को सील करने की कार्रवाई की है. जिस भूमि पर शेड बना है, उसमें तीन सर्वे नंबर है. पटवारी से जानकारी मांगी है. नदी में फैले प्रदूषण को देखते हुए प्रदूषण विभाग को भी सूचित किया था. उन्होंने सैंपल लिए उसकी जांच आने के बाद ही पता चल सकेगा कि ये केमिकल कौनसा था.