उज्जैन। जिले के घट्टिया तहसील व थाना घट्टिया क्षेत्र अंतर्गत ग्राम रलायता में दो बच्चों पर बिजली का पोल गिरने से दोनों की मौत हो गई है. घटना शुक्रवार देर शाम 6 बजे करीब की है. बच्चे घर के पास ही यहां खेलते खेलते पहुंच गए थे और अचानक हादसा हो गया. परिजन आनन-फानन में दोनों बच्चों को पास ही में घोंसला के असप्ताल ले गए. जहां से उन्हें उज्जैन रेफर किया लेकिन उज्जैन जिला अस्पताल में डॉक्टरों ने दोनों बच्चों को मृत घोषित कर दिया. (ujjain 2 innocent died falling electric pole)
परिजनों ने एक साल पहले पोल झुकने की थी शिकायतः परिजनों ने बताया एक साल पहले भी बिजली विभाग को पोल के झुकने की शिकायत की थी. जिसके कागज भी उनके पास है, लेकिन कोई सुनने वाला नहीं अब जब हादसा हुआ तो विद्युत विभाग के सब इंजीनियर सुपरवाइजर नवनीत मिरोठ व लाइन मैन मांगीलाल को हमने खबर की लेकिन उनकी भी बड़ी लापरवाही सामने आई. वे सूचना के बावजूद मौके पर नहीं पहुंचे और ना ही लाइट बंद की गई.दोनों मासूमों को पीएम के लिए जिला चिकित्सालय लाया गया. (Relatives complained about pole bending a year ago)
करंट लगने से मां-बेटी और दामाद की मौत, रिटायर्ड बिजली कर्मचारी के घर हादसा
25-25 लाख रु. मुआवजे की मांगः मृतकों में एक बालिका व एक बालक है. जिनके नाम निधि पुत्री कालू सिंह उम्र 2.5 वर्ष और दीपपाल पुत्र दिलीप सिंह उम्र 6 वर्ष शामिल है. आक्रोशित ग्रामीणों का कहना है कि अगर सुपरवाइजर और लाइनमैन के खिलाफ कार्रवाई नहीं हुई तो हम चक्का जाम करेंगे. वहीं 25 -25 लाख रु दोनो के परिजनों के लिए आर्थिक सहायता की मांग भी ग्रामीणों ने की है. हालांकि मौके पर पहुंचे एसडीएम संजीव साहू ने परिजनों को आश्वासन दिया है. दोषी के विरुद्ध कार्रवाई का व आर्थिक सहायता की मांग के लिए भी वरिष्ठ अधिकारियों से बात करने का आश्वासन दिया है. मामले की जांच प्रशासनिक व पुलिस की ओर से की जा रही है. (25-25 lakhs Rs compensation sought)
करणी सेना मौके पर पहुंचीः हादसे की सूचना लगते ही करणी सेना की टीम देर रात जिला चिकित्सालय का घेराव करने पहुंची और वहां मौजूद परिजनों से बात कर एसडीएम के सामने बात रखी. करणी सेना के सदस्य शैलेंद्र सिंह झाला ने कहा कि अगर परिजनों को आर्थिक सहायता नहीं दी जाती है और दोनों लाइनमैन व सुपरवाइजर के विरुद्ध सस्पेंशन की कार्रवाई नहीं की जाती है, तो गुरुवार को ग्राम रलायता रोड पर चक्का जाम करणी सैनिकों द्वारा किया जाएगा. परिजनों ने 1 साल पहले भी पोल को हटाने का आवेदन दिया था. बावजूद इसके ध्यान नहीं दिया गया, जोकि विभाग की एक बड़ी लापरवाही है. (karni Sena reached the spot)