उज्जैन। आज श्रावण का दूसरा सोमवार है. सुबह से ही शिवालयों में भक्तों के पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया है. उज्जैन के महाकाल मंदिर में भक्त बाबा महाकाल का पंचामृत दूध, दही, घी शक्कर, शहद और सुगन्धित द्रव्यों से अभिषेक कर रहे हैं.
भगवान भोलेनाथ के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक बाबा महाकाल का विशेष श्रंगार किया गया. इसके बाद भस्म आरती की गई. बाबा महाकाल के दर्शन करने के लिए भक्त मंदिर में पहुंच रहे हैं, लेकिन कोरोना संक्रमण के चलते ज्यादातर लोग महाकाल के ऑनलाइन ही दर्शन कर रहे हैं.
12 ज्योतिर्लिंगों में से एक उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में श्रावण के दूसरे सोमवार को रात 2:30 बजे मंदिर के पट खोले गए. जिसके बाद बाबा महाकाल को जल चढ़ाया गया और फिर पंचामृत अभिषेक पूजन के बाद भांग का विशेष श्रंगार कर भस्म आरती की गई. पुजारियों ने भगवान महाकाल से प्रार्थना की. मान्यता है कि श्रावण माह में भगवान शिव की सच्चे मन से आराधना करने से हर इच्छा पूरी हो जाती है.
आज शाम 4 बजे बाबा महाकाल की सवारी भ्रमण पर निकलेंगी. बाबा की सवारी का इस बार मार्ग परिवर्तित किया गया है और आम श्रद्धालुओं को इसमें प्रवेश की पाबंदी रहेगी.