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श्रावण के दूसरे सोमवार को बाबा महाकाल का विशेष श्रंगार, नहीं दिखे श्रद्धालु

12 ज्योतिर्लिंगों में से एक उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में श्रावण के दूसरे सोमवार को बाबा महाकाल की भस्म आरती की गई.

ujjain mahakal mandir
बाबा महाकाल
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Published : Jul 13, 2020, 8:08 AM IST

उज्जैन। आज श्रावण का दूसरा सोमवार है. सुबह से ही शिवालयों में भक्तों के पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया है. उज्जैन के महाकाल मंदिर में भक्त बाबा महाकाल का पंचामृत दूध, दही, घी शक्कर, शहद और सुगन्धित द्रव्यों से अभिषेक कर रहे हैं.

उज्जैन महाकाल मंदिर

भगवान भोलेनाथ के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक बाबा महाकाल का विशेष श्रंगार किया गया. इसके बाद भस्म आरती की गई. बाबा महाकाल के दर्शन करने के लिए भक्त मंदिर में पहुंच रहे हैं, लेकिन कोरोना संक्रमण के चलते ज्यादातर लोग महाकाल के ऑनलाइन ही दर्शन कर रहे हैं.

Baba Mahakal
बाबा माहकाल की आरती

12 ज्योतिर्लिंगों में से एक उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में श्रावण के दूसरे सोमवार को रात 2:30 बजे मंदिर के पट खोले गए. जिसके बाद बाबा महाकाल को जल चढ़ाया गया और फिर पंचामृत अभिषेक पूजन के बाद भांग का विशेष श्रंगार कर भस्म आरती की गई. पुजारियों ने भगवान महाकाल से प्रार्थना की. मान्यता है कि श्रावण माह में भगवान शिव की सच्चे मन से आराधना करने से हर इच्छा पूरी हो जाती है.

Baba Mahakal
महाकाल का पंचामृत से अभिषेक

आज शाम 4 बजे बाबा महाकाल की सवारी भ्रमण पर निकलेंगी. बाबा की सवारी का इस बार मार्ग परिवर्तित किया गया है और आम श्रद्धालुओं को इसमें प्रवेश की पाबंदी रहेगी.

उज्जैन। आज श्रावण का दूसरा सोमवार है. सुबह से ही शिवालयों में भक्तों के पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया है. उज्जैन के महाकाल मंदिर में भक्त बाबा महाकाल का पंचामृत दूध, दही, घी शक्कर, शहद और सुगन्धित द्रव्यों से अभिषेक कर रहे हैं.

उज्जैन महाकाल मंदिर

भगवान भोलेनाथ के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक बाबा महाकाल का विशेष श्रंगार किया गया. इसके बाद भस्म आरती की गई. बाबा महाकाल के दर्शन करने के लिए भक्त मंदिर में पहुंच रहे हैं, लेकिन कोरोना संक्रमण के चलते ज्यादातर लोग महाकाल के ऑनलाइन ही दर्शन कर रहे हैं.

Baba Mahakal
बाबा माहकाल की आरती

12 ज्योतिर्लिंगों में से एक उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में श्रावण के दूसरे सोमवार को रात 2:30 बजे मंदिर के पट खोले गए. जिसके बाद बाबा महाकाल को जल चढ़ाया गया और फिर पंचामृत अभिषेक पूजन के बाद भांग का विशेष श्रंगार कर भस्म आरती की गई. पुजारियों ने भगवान महाकाल से प्रार्थना की. मान्यता है कि श्रावण माह में भगवान शिव की सच्चे मन से आराधना करने से हर इच्छा पूरी हो जाती है.

Baba Mahakal
महाकाल का पंचामृत से अभिषेक

आज शाम 4 बजे बाबा महाकाल की सवारी भ्रमण पर निकलेंगी. बाबा की सवारी का इस बार मार्ग परिवर्तित किया गया है और आम श्रद्धालुओं को इसमें प्रवेश की पाबंदी रहेगी.

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