उज्जैन। लूट मामले में तराना पुलिस के हाथ बड़ी सफलता लगी है. 24 घंटे के अंदर 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. उनके पास से 1 लाख 18 हजार की राशि और चार पहिया वाहन जब्त कर लिया है. आरोपियों ने रुपए दोगुना करने का लालच और उसके बाद नकली क्राइम ब्रांच अधिकारी बनकर लूट की वारदात को अंजाम दिया था.
यह है मामला
जांच अधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया कि 17 मार्च को पाटनीपुरा इंदौर निवासी राधेश्याम वर्मा ने रिपोर्ट दर्ज करवाई थी कि ढाई लाख रूपये की राशि डबल करने के नाम पर वयास खान, हाफिज शाह, इरफान और अन्य चार साथियों ने मिलकर लूट की थी. मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने टीम गठित की और साइबर सेल की मदद ली. इसी दौरान पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि बिछड़ोद जंगल में आरोपी बैठे हैं. बिना देर किये पुलिस मौके पर पहुंची और 7 आरोपियों में से पांच को दबोच लिया.
दोगुने पैसे करने का दिया लालच
फरियादी राधेश्याम वर्मा की पाटनीपुरा क्षेत्र में इलेक्ट्रॉनिक की दुकान है. आरोपी वयास खान वहां इलेक्ट्रॉनिक सामान रिपेयर करवाने आता था. उसे पता चला कि फरियादी पर ढाई लाख रूपये का कर्ज है. इस बात का फायदा उठाकर उसने कहा कि वह उसके पैसे ब्लैक मनी के द्वारा डबल करवा सकते हैं. बिछड़ोड में रहने वाला उसका दोस्त हाफिज शाह उसकी इस काम में मदद करेगा. चूंकि वह कर्ज से परेशान था इसलिए बदमाश की बातों में आ गया.
नकली क्राइम ब्रांच अधिकारी बनकर दिया वारदात को अंजाम
फरियादी अपने भाई घनश्याम के साथ पैसे लेकर तराना बस स्टैंड पर पहुंचा. जहां वयास खान पहले से ही मौजूद था. इस दौरान वहां हाफिज भी आ गया और किसी को फोन लगाया, उसके बाद एक चार पहिया वाहन वहां आया, उन्होंने फरियादी को गाड़ी में बैठा दिया. इसके बाद आरोपियों के साथी नकली क्राइम ब्रांच अधिकारी बनकर आ गए और उसके साथ मारपीट करके पैसों से भरा बैग ले गए.
(Robbery by becoming a fake crime branch)