उज्जैन। जिले के झारडा तहसील के ग्राम छोटा नलखेड़ा निवासी राजेश नाथ ने लोकायुक्त एसपी को शिकायत की थी, जिसमें फरियादी ने बताया था कि 38 आरा जमीन के सीमांकन के लिए विधिवत कार्रवाई ना करते हुए सितंबर 2020 में आवेदन किया गया था. जिसके बाद भी सीमांकन के नाम पर राजस्व निरीक्षक माथुर ने 10,000 रुपये की रिश्वत मांगी थी.
रिश्वत की मांग पर फरियादी ने 5000 रुपये तो दे दिए थे, जिसके बावजूद कार्य नहीं किया गया. मामले की जानकारी लोकायुक्त एसपी को 10 मार्च को दी गई. लोकायुक्त टीम ने मामले की जांच करते हुए आवेदक को गोपनीय तरीके से बातचीत की. जांच में पाया गया कि 5000 रुपये का सीमांकन पहले और 2000 रुपये बातचीत के दौरान दिए गए है. वहीं 3000 रुपये देने के लिए शुक्रवार को आवेदक राजेश ने राजस्व निरीक्षक माथुर को तहसील परिसर के पीछे बने कार्यालय में बुलाया था, जहां लोकायुक्त टीम ने राजस्व निरीक्षक को रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ लिया. फिलहाल भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत राजस्व निरीक्षक पर मामला दर्ज किया गया है.