उज्जैन। 12 ज्योतिर्लिंग में से एक उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में शिव नवरात्रि के चौथे दिन भगवान शिव का मुखारविंद छबीना के रूप में श्रृंगार किया गया. रोजाना 3 बजे के लगभग श्रृंगार किया जाता है और मुखारविंद से छबीना का श्रृंगार मन मोहने वाला होता है. इसी के चलते बड़ी संख्या में दर्शन करने के लिए पहुंचते हैं.
बता दें की महाकालेश्वर मंदिर में शिवरात्रि के पहले नवरात्रि मनाए जाने की परंपरा है और पूरे देश में सिर्फ महाकालेश्वर मंदिर में ही इस तरह की परंपरा है, जहां नवरात्रि की तरह शिवरात्रि मनाई जाती है. महाकाल मंदिर में रोजना अलग-अलग 9 दिनों तक श्रृंगार किया जाता है और इसी परंपरा को लेकर शिव नवरात्रि के चौथे दिन महाकाल का श्रृंगार मुखारविन्द छबिना के रूप में किया गया.