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जहरीली शराब कांड के बाद जागा प्रशासन, देर रात फुटपाथ पर सो रहे मजदूरों का जाना हाल - उज्जैन फुटपाथ

उज्जैन में हुए जहरीली शराब कांड के बाद अब प्रशासनिक अमला चेकिंग अभियान चला रहा है. इसमें अधिकारियों सहित 5-5 सदस्यों की पांच टीम बनाई गई हैं जिसने देर रात शहर के फुटपाथ पर सोने वाले मजदूरों की जानकारी ली.

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Published : Oct 16, 2020, 9:27 AM IST

Updated : Oct 16, 2020, 10:56 AM IST

उज्जैन। जहरीली शराब से उज्जैन में 14 लोगों की मौत के बाद अब प्रशासन की नींद खुली है. अब फुटपाथ पर रहने वालों की चेकिंग लगातार की जा रही है. शहर में हुई मौतों के बाद अलग-अलग इलाको में आला अधिकारियों की 5-5 सदस्यों की 5 टीम इस चेकिंग अभियान को चला रही है. जिस पर अब पुलिस ने देर रात फुटपाथ पर सो रहे मजदूरों को वहां से उठाकर हटा दिया और उनसे बातचीत कर उन्हें समझाइश दी गई.

उज्जैन प्रशासन की कार्रवाई

हालांकि शराब चेकिंग के नाम पर फुटपाथ पर सो रहे मजदूरों को कहीं उठाया गया तो कहीं से उन्हें भगा दिया गया. वहीं इनमें कई श्रीमंत माधवराव सिंधिया जिला चिकत्सालय के बाहर ही 30 से अधिक मजदूर दीवार के किनारे बिस्तर लगाकर सो रहे थे, जिनमें कुछ शहर तो कुछ जिले की तहसीलों से काम पर आए हुए मजदूर थे और उनकी बस छूटने की वजह से वो यही सो गए.

एक मजदूर ने एडीएम से शराब के नशे में अंग्रेजी में कर दी बात

इस दौरान जब एक मजदूर ने ADM नरेंद्र सूर्यवंशी से शराब के नशे में अंग्रेजी में बात की, तो ADM भी चौंक गए और बराबरी से उन्होंने मजदूर को अंग्रेजी में ही समझाया. इसी तरह प्रशासनिक टीम ने कई मजदूरों को समझाइश देकर घर भेजा. इन टीमों में नगर निगम आयुक्त, एडीएम, पुलिस व डॉक्टर्स शामिल रहे, जिन्होंने फुटपाथ पर सो रहे लोगों को समझाइश दी.

मजदूरों को रैन बसेरे में किया गया शिफ्ट

हालांकि ऐसे में ज्यादा शराब पीए हुए लोगों को टीम ने सीधा अस्पताल के अंदर रैन बसेरे में शिफ्ट करवाया गया. ये अभियान देर रात तक चलता रहा, लेकिन 14 मौतों के बाद संदिग्ध अवस्था में पाए जाने वाले को एम्बुलेंस या डायल 100 में बिठाकर जिला अस्पताल लाया जा रहा है. बता दें, देर रात भोपाल से SIT टीम भी उज्जैन पहुंच गयी है. जिसके चलते शहर में चेकिंग अभियान की इस बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया गया.

जहरीली शराब से हुईं मौतों पर सियासत, कांग्रेस ने किया जांच दल का गठन, दिग्विजय सिंह ने लगाए गंभीर आरोप

क्या था पूरा मामला-
शहर के अलग-अलग थाना क्षेत्रों से 14 मजदूरों की लाशें मिली थीं, जो उज्जैन में रहकर मजदूरी किया करते थे. इसके अलावा निनोरा निवासी एक अन्य बुजुर्ग गोपाल मंदिर के सामने बदहवास मिला, जिसने बताया कि कहारवाड़ी में शंकर नाम के युवक से शराब खरीदी थी. ज्यादातर मजदूर वर्ग वहीं से शराब खरीदते हैं. जिन 14 मजदूरों की मौत हुई है, उन्होंने भी पोटली शराब पी थी. जिसकी वजह से एक साथ सभी की मौत हो गई, दो लोग बेहोश हो गए. मजदूरों के परिजनों का मानना है कि मजदूर कच्ची शराब पीने का आदी था और 20 रुपये की पोटली खरीद कर पीया करता था.

मध्य प्रदेश : जहरीली शराब पीने से 14 की मौत, एसआईटी गठित

जहरीली शराब मामले की एसआईटी जांच
उज्जैन में जहरीली शराब पीने से अब तक 14 लोगों की मौत हो चुकी है, इसे लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने एसआईटी गठित करने के आदेश दिए हैं. सीएम के आदेश के बाद अब इस मामले की जांच के लिए एसआईटी गठित कर दी गई है. इस पूरे मामले की जांच एडीजी स्तर के अधिकारी करेंगे. एसआईटी में एडीजी एसके झा और पुलिस महानिरीक्षक रतलाम रेंज सुशांत सक्सेना को शामिल किया गया है.

उज्जैन। जहरीली शराब से उज्जैन में 14 लोगों की मौत के बाद अब प्रशासन की नींद खुली है. अब फुटपाथ पर रहने वालों की चेकिंग लगातार की जा रही है. शहर में हुई मौतों के बाद अलग-अलग इलाको में आला अधिकारियों की 5-5 सदस्यों की 5 टीम इस चेकिंग अभियान को चला रही है. जिस पर अब पुलिस ने देर रात फुटपाथ पर सो रहे मजदूरों को वहां से उठाकर हटा दिया और उनसे बातचीत कर उन्हें समझाइश दी गई.

उज्जैन प्रशासन की कार्रवाई

हालांकि शराब चेकिंग के नाम पर फुटपाथ पर सो रहे मजदूरों को कहीं उठाया गया तो कहीं से उन्हें भगा दिया गया. वहीं इनमें कई श्रीमंत माधवराव सिंधिया जिला चिकत्सालय के बाहर ही 30 से अधिक मजदूर दीवार के किनारे बिस्तर लगाकर सो रहे थे, जिनमें कुछ शहर तो कुछ जिले की तहसीलों से काम पर आए हुए मजदूर थे और उनकी बस छूटने की वजह से वो यही सो गए.

एक मजदूर ने एडीएम से शराब के नशे में अंग्रेजी में कर दी बात

इस दौरान जब एक मजदूर ने ADM नरेंद्र सूर्यवंशी से शराब के नशे में अंग्रेजी में बात की, तो ADM भी चौंक गए और बराबरी से उन्होंने मजदूर को अंग्रेजी में ही समझाया. इसी तरह प्रशासनिक टीम ने कई मजदूरों को समझाइश देकर घर भेजा. इन टीमों में नगर निगम आयुक्त, एडीएम, पुलिस व डॉक्टर्स शामिल रहे, जिन्होंने फुटपाथ पर सो रहे लोगों को समझाइश दी.

मजदूरों को रैन बसेरे में किया गया शिफ्ट

हालांकि ऐसे में ज्यादा शराब पीए हुए लोगों को टीम ने सीधा अस्पताल के अंदर रैन बसेरे में शिफ्ट करवाया गया. ये अभियान देर रात तक चलता रहा, लेकिन 14 मौतों के बाद संदिग्ध अवस्था में पाए जाने वाले को एम्बुलेंस या डायल 100 में बिठाकर जिला अस्पताल लाया जा रहा है. बता दें, देर रात भोपाल से SIT टीम भी उज्जैन पहुंच गयी है. जिसके चलते शहर में चेकिंग अभियान की इस बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया गया.

जहरीली शराब से हुईं मौतों पर सियासत, कांग्रेस ने किया जांच दल का गठन, दिग्विजय सिंह ने लगाए गंभीर आरोप

क्या था पूरा मामला-
शहर के अलग-अलग थाना क्षेत्रों से 14 मजदूरों की लाशें मिली थीं, जो उज्जैन में रहकर मजदूरी किया करते थे. इसके अलावा निनोरा निवासी एक अन्य बुजुर्ग गोपाल मंदिर के सामने बदहवास मिला, जिसने बताया कि कहारवाड़ी में शंकर नाम के युवक से शराब खरीदी थी. ज्यादातर मजदूर वर्ग वहीं से शराब खरीदते हैं. जिन 14 मजदूरों की मौत हुई है, उन्होंने भी पोटली शराब पी थी. जिसकी वजह से एक साथ सभी की मौत हो गई, दो लोग बेहोश हो गए. मजदूरों के परिजनों का मानना है कि मजदूर कच्ची शराब पीने का आदी था और 20 रुपये की पोटली खरीद कर पीया करता था.

मध्य प्रदेश : जहरीली शराब पीने से 14 की मौत, एसआईटी गठित

जहरीली शराब मामले की एसआईटी जांच
उज्जैन में जहरीली शराब पीने से अब तक 14 लोगों की मौत हो चुकी है, इसे लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने एसआईटी गठित करने के आदेश दिए हैं. सीएम के आदेश के बाद अब इस मामले की जांच के लिए एसआईटी गठित कर दी गई है. इस पूरे मामले की जांच एडीजी स्तर के अधिकारी करेंगे. एसआईटी में एडीजी एसके झा और पुलिस महानिरीक्षक रतलाम रेंज सुशांत सक्सेना को शामिल किया गया है.

Last Updated : Oct 16, 2020, 10:56 AM IST
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