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लापरवाहीः गलत डाटा की वजह से कई लोगों को नहीं लगा दूसरा डोज

वैक्सीनेश के डाटा में हुई गड़बड़ी के कारण कई लोगों को वैक्सीनेशन का दूसरा डोज लगवाने में परेशानी हो रही है. कई लोगों को वैक्सीनेशन सेंटर से वापस लौटना पड़ा.

Negligence in Vaccination
वैक्सीनेशन में लापरवाही
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Published : May 15, 2021, 5:21 PM IST

उज्जैन। कोविड टीकाकरण अभियान के पहले चरण की शुरुआत 16 जनवरी 2021 से शुरू हुई थी. जिसमें हेल्थ केयर वर्कर्स और फ्रंट लाइन वर्कर्स को वैक्सीन देने में प्राथमिकता दी गई. दूसरा चरण एक मार्च से शुरू हुआ. इस दौरान 45 साल से अधिक उम्र के लोगों को इसमें शामिल किया गया. अब एक मई से से 18+ वालों को भी वैक्सीन लगना शुरू हो गई है, लेकिन इस बिच अब वैक्सीन का दूसरा डोज लगवाने वालों को परेशानी का सामन करना पड़ रहा है. आप उज्जैन के ऋषि नगर में सरस्वती स्कुल में बनाए गए वैक्सीनेशन सेंटर पर आए अलग-अलग मामले को समझिए, जहां पर एक घंटे के दौरान करीब 4 लोगों को बिना वैक्सीन लगवाए ही लौटा दिया.

  • किसी का रजिस्ट्रेशन गायब, तो किसी का टीके का दिन बदला

सुबह 9 बजे वैक्सीन लगवाने वालों की भीड़ लगाना शुरू हुई. लेकिन दूसरा डोज लगवाने आए लोगों को सबसे ज्यादा दिक्कतों का सामान करना पड़ा. जिसमे एक अप्रेल को लगवाए गए पहले डोज के लोगों के रजिस्ट्रेशन ही नहीं मिल पाया. नाम और मोबाइल नंबर से पहले डोज की जानकरी लेनी चाही, लेकिन तो कुछ नहीं मिला. वहीं कुछ लोगों ने एक अप्रेल को पहला डोज लगवाया, लेकिन सॉफ्टवेयर में उनका पहला डोज 10 अप्रेल को दिखा रहा था. इसके चलते उन्हें भी वैक्सीन सेंटर से लौटा दिया.

  • ये है मामले, इनसे समझिए लापरवाही

मामला-1

ऋषि नगर निवासी एक महिला ज्योति दुबे ने एक अप्रैल को कोविशील्ड की वैक्सीन लगवाई थी, लेकिन रजिस्ट्रेशन में नाम ही नहीं मिला. मैनुअल पेपर भी गायब हो गया. आज दूसरा टीका लगवाने का दिन था, लेकिन नहीं लग पाया, क्योंकि सॉफ्टवेयर को पहले डोज के दौरान आए एसएमएस के अंतिम चार अंक चाहिए या फिर वैक्सीन लगवाने वाले के मोबाईल नंबर. ज्योति दुबे का पूरा रिकॉर्ड गायब हो गया. जिसके बाद ज्योति ने पहले डोज के दौरान ली गयी फोटो दिखाई जिसके बाद कर्मचारियों ने माना, लेकिन वैक्सीन नहीं लगाई.

मामला- 2

व्यास नगर निवासी रविंद्र शर्मा ने एक अप्रैल को कोविशील्ड का पहला डोज लगवाया था, लेकिन एसएमएस नहीं आया, तो शिकायत की, लेकिन कर्मचारियों ने कहा कुछ देर में आ जएगा. अब 42 दिन पुरे होने के बाद जब रविंद्र वैक्सीन लगवाने आए और सॉफ्टवेयर में देखा तो पहले डोज की तारीख 10 अप्रैल दिखा रहा है.

मामला- 3

80 वर्ष के अभिमन्यु शर्मा को भी बिना वैक्सीन लगवाए लौटना पड़ा. एक अप्रैल को पहला डोज लगवाया था, लेकिन अब रिकॉर्ड में 10 अप्रैल दिखा रहा है. इस वजह से भी अभिमन्यु को वापस लौटना पड़ा.

मामला- 4

कृष्णा राजावत को भी यह कह कर लौटा दिया कि एक अप्रैल को आपने वैक्सीन लगवाया होगा, लेकिन हमारे रिकॉर्ड में 10 अप्रैल की तारीख आर ही है. आप 10 दिन बाद आना. तब आपको वैक्सीन लगेगी.

कलेक्टर ने वीडियो जारी कर लोगों से की वैक्सीनेशन कराने की अपील

  • अधिकारियों ने की गलती स्वीकार

जब कई लोगों को दूसरे डोज के दौरान अपना नाम नहीं मिला, तब उन्होंने जिला टीकाकरण अधिकारी केसी परमार से बात की, तो अधिकारी ने गलती भी स्वीकार की और कहा कि ऋषि नागर वैक्सीन सेंटर में आई परेशानी का पता चला है, कई जगह इस तरह की समस्या आ रही है. आगे स्टाफ को ट्रेंड किया जाएगा. सॉफ्टवेयर में गड़बड़ है, तो उसके लिए भी कहा गया है, दो-तीन दिन में समस्या को सुलझा लेंगे.

उज्जैन। कोविड टीकाकरण अभियान के पहले चरण की शुरुआत 16 जनवरी 2021 से शुरू हुई थी. जिसमें हेल्थ केयर वर्कर्स और फ्रंट लाइन वर्कर्स को वैक्सीन देने में प्राथमिकता दी गई. दूसरा चरण एक मार्च से शुरू हुआ. इस दौरान 45 साल से अधिक उम्र के लोगों को इसमें शामिल किया गया. अब एक मई से से 18+ वालों को भी वैक्सीन लगना शुरू हो गई है, लेकिन इस बिच अब वैक्सीन का दूसरा डोज लगवाने वालों को परेशानी का सामन करना पड़ रहा है. आप उज्जैन के ऋषि नगर में सरस्वती स्कुल में बनाए गए वैक्सीनेशन सेंटर पर आए अलग-अलग मामले को समझिए, जहां पर एक घंटे के दौरान करीब 4 लोगों को बिना वैक्सीन लगवाए ही लौटा दिया.

  • किसी का रजिस्ट्रेशन गायब, तो किसी का टीके का दिन बदला

सुबह 9 बजे वैक्सीन लगवाने वालों की भीड़ लगाना शुरू हुई. लेकिन दूसरा डोज लगवाने आए लोगों को सबसे ज्यादा दिक्कतों का सामान करना पड़ा. जिसमे एक अप्रेल को लगवाए गए पहले डोज के लोगों के रजिस्ट्रेशन ही नहीं मिल पाया. नाम और मोबाइल नंबर से पहले डोज की जानकरी लेनी चाही, लेकिन तो कुछ नहीं मिला. वहीं कुछ लोगों ने एक अप्रेल को पहला डोज लगवाया, लेकिन सॉफ्टवेयर में उनका पहला डोज 10 अप्रेल को दिखा रहा था. इसके चलते उन्हें भी वैक्सीन सेंटर से लौटा दिया.

  • ये है मामले, इनसे समझिए लापरवाही

मामला-1

ऋषि नगर निवासी एक महिला ज्योति दुबे ने एक अप्रैल को कोविशील्ड की वैक्सीन लगवाई थी, लेकिन रजिस्ट्रेशन में नाम ही नहीं मिला. मैनुअल पेपर भी गायब हो गया. आज दूसरा टीका लगवाने का दिन था, लेकिन नहीं लग पाया, क्योंकि सॉफ्टवेयर को पहले डोज के दौरान आए एसएमएस के अंतिम चार अंक चाहिए या फिर वैक्सीन लगवाने वाले के मोबाईल नंबर. ज्योति दुबे का पूरा रिकॉर्ड गायब हो गया. जिसके बाद ज्योति ने पहले डोज के दौरान ली गयी फोटो दिखाई जिसके बाद कर्मचारियों ने माना, लेकिन वैक्सीन नहीं लगाई.

मामला- 2

व्यास नगर निवासी रविंद्र शर्मा ने एक अप्रैल को कोविशील्ड का पहला डोज लगवाया था, लेकिन एसएमएस नहीं आया, तो शिकायत की, लेकिन कर्मचारियों ने कहा कुछ देर में आ जएगा. अब 42 दिन पुरे होने के बाद जब रविंद्र वैक्सीन लगवाने आए और सॉफ्टवेयर में देखा तो पहले डोज की तारीख 10 अप्रैल दिखा रहा है.

मामला- 3

80 वर्ष के अभिमन्यु शर्मा को भी बिना वैक्सीन लगवाए लौटना पड़ा. एक अप्रैल को पहला डोज लगवाया था, लेकिन अब रिकॉर्ड में 10 अप्रैल दिखा रहा है. इस वजह से भी अभिमन्यु को वापस लौटना पड़ा.

मामला- 4

कृष्णा राजावत को भी यह कह कर लौटा दिया कि एक अप्रैल को आपने वैक्सीन लगवाया होगा, लेकिन हमारे रिकॉर्ड में 10 अप्रैल की तारीख आर ही है. आप 10 दिन बाद आना. तब आपको वैक्सीन लगेगी.

कलेक्टर ने वीडियो जारी कर लोगों से की वैक्सीनेशन कराने की अपील

  • अधिकारियों ने की गलती स्वीकार

जब कई लोगों को दूसरे डोज के दौरान अपना नाम नहीं मिला, तब उन्होंने जिला टीकाकरण अधिकारी केसी परमार से बात की, तो अधिकारी ने गलती भी स्वीकार की और कहा कि ऋषि नागर वैक्सीन सेंटर में आई परेशानी का पता चला है, कई जगह इस तरह की समस्या आ रही है. आगे स्टाफ को ट्रेंड किया जाएगा. सॉफ्टवेयर में गड़बड़ है, तो उसके लिए भी कहा गया है, दो-तीन दिन में समस्या को सुलझा लेंगे.

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