उज्जैन। देश के साथ-साथ एमपी में भी प्रतिदिन कोरोना संक्रमण (mp corona update news) बढ़ता जा रहा है. ऐसे में उज्जैन के विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर में देशभर से आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या को देखते हुए मंदिर में दर्शन का सीमित समय और ऑनलाइन प्री बुकिंग के आधार पर प्रवेश देने की व्यवस्था शुरू हो सकती है. हालांकि इसका निर्णय जिला क्राइसिस समिति की बैठक में ही लिया जाएगा.
क्राइसिस कमेटी लेगी फैसला
प्रदेश में कोरोना के बढ़ते मामलों के बाद एकबार फिर विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर में दर्शन के लिए समय का निर्धारण और देशभर से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए प्री बुकिंग कराने (Mahakal darshan through online pre booking) के साथ कोरोना प्रोटोकॉल के तहत दर्शन व्यवस्था शुरू हो सकती है. सोमवार या मंगलवार को कोरोना संक्रमण को लेकर क्राइसेस मैनेजमेंट की संभावित बैठक रखी गयी है, जिसमें महाकाल मंदिर को लेकर बड़ा फैसला हो सकता है. बता दें कि इससे पहले अप्रैल-मई 2021 में आयी कोरोना की दूसरी लहर के बाद 28 जून 2021 को महाकाल मंदिर को ऑनलाइन प्री बुकिंग के माध्यम से खोला गया था. देश के अन्य कई मंदिरों में भी संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए दर्शन की समय सीमा और प्री बुकिंग के आधार पर दर्शन कराने की व्यवस्था लागू की गई है.
एक-दो दिनों में लेंगे फैसला- कलेक्टर
उज्जैन कलेक्टर आशीष सिंह ने कहा को एक दो दिन में इस संबंध में फैसला लिया जा सकता है. बता दें कि इससे पहले दूसरी लहर के बाद श्रद्धालुओं को 28 जून से प्रात: 6 बजे से रात्रि 8 बजे तक सात स्लॉट में ऑनलाइन बुकिंग के बाद दर्शन की अनुमति दी गयी थी, जिसमें गर्भगृह, नन्दी हॉल में श्रद्धालुओं का प्रवेश प्रतिबंधित रखा गया था. साथ ही मन्दिर में सेल्फी लेने पर प्रतिबंध था. इसके अलावे भस्म आरती एवं शयन आरती में सामान्य श्रद्धालुओं का प्रवेश बैन था. नि:शुल्क अन्न क्षेत्र को आधी क्षमता के साथ शुरू किया गया था. माना जा रहा है कि प्रत्येक स्लॉट में 500 श्रद्धालुओं को इजाजत मिलेगी. साथ ही एक दिन में 3500 भक्त दर्शन कर पाएंगे.
दो दिनों से 60 से ज्यादा केस
एमपी में संक्रमण की रफ्तार काफी तेज है. वहीं महाकाल की नगरी उज्जैन में भी कोरोना मरीज (Corona cases in ujjain) काफी संख्या में मिल रहे हैं. बीते दो दिनों में 60 से ज्यादा नए केस आने से हड़कंप मचा हुआ है. कोरोना संक्रमण की दिन प्रतिदिन रफ्तार को देखते हुए शासन ने नाइट कर्फ्यू के साथ ही बड़े आयोजनों पर संख्या सीमित करते हुए मेले पर रोक लगा दी है.