उज्जैन। 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक महाकालेश्वर मंदिर पिछले 75 दिनों से ज्यादा समय से लॉकडाउन के कारण बंद हैं. कभी रोजाना श्रद्धालुओं से गुलजार बाबा महाकाल मंदिर में अब महज पांच पंडे-पुजारी आरती और दिनचर्या की होने वाली गतिविधियों को पूरा कर रहे हैं, लेकिन लॉकडाउन के दौरान हुए अनलॉक में अब महाकाल मंदिर को खोलने की तैयारी की जा रही है. ऐसे में दूर-दूर से आने वाले श्रद्धालुओं को अब भगवान महाकाल के दर्शन करने के लिए नए-नए नियमों से होकर गुजरना होगा.
महाकाल मंदिर के दर्शन के लिए कोरोना वायरस और लॉकडाउन को ध्यान में रखते हुए अब श्रद्धालुओं को एक दिन पहले ही अपॉइंटमेंट लेकर बुकिंग करानी होगी. साथ ही महाकाल मंदिर में होने वाली भस्मारती में किसी भी श्रद्धालु को अब प्रवेश नहीं मिलेगा. मंदिर खोलने के लिए प्रशासन, मंदिर समिति और पंडे-पुजारियों की बैठक हुई थी. जिसमें सबकी सहमती से कोरोना से बचाव के उपायों को ध्यान में रखते हुए नए नियम बनाए गए हैं.
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विश्व प्रसिद्ध महाकालेश्वर मंदिर में 22 मार्च से आम श्रद्धालुओं के आने-जाने पर पाबंदी लगा दी गई थी. उसके बाद से अब तक मंदिर में श्रद्धालुओं के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा हुआ है. वहीं केंद्र सरकार की गाइडलाइन आने के बाद मंदिर समिति ने पंडे-पुजारियों के साथ एक बैठक की, जिसमें अलग-अलग तरह के सुझाव आए. जिसको लेकर अब मंदिर समिति युद्ध स्तर पर श्रद्धालुओं को दर्शन कराने और मंदिर में प्रवेश कराने को लेकर तैयारियां कर रही है.
जानकारी के मुताबिक महाकाल मंदिर 15 जून से आम श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया जाएगा. जिसके लिए मंदिर में साफ-सफाई का काम शुरू हो चुका है. वहीं मंदिर प्रांगण को लगातार पानी से धोया जा रहा है. मंदिर के सभी एंट्री और एग्जिट गेट को सुचारू रूप से चलाने के लिए उनका काम किया जा रहा है. वहीं माना यही जा रहा है कि 15 जून तक महाकाल मंदिर में आम श्रद्धालुओं का प्रवेश शुरू हो जाएगा.
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वहीं अब दूर-दूर से आने वाले श्रद्धालुओं को पहले मंदिर समिति से अपॉइंटमेंट लेना होगा. मोबाइल ऐप या फिर टेलीफोन के जरिए मंदिर परिसर आने से एक दिन पहले अपनी बुकिंग करानी होगी. जब महाकाल मंदिर समिति श्रद्धालुओं को आने की अनुमति प्रदान करेगी, उसके बाद ही मंदिर में श्रद्धालुओं को प्रवेश मिल पाएगा. प्रवेश करने से पहले श्रद्धालुओं को अलग-अलग तरह की व्यवस्थाओं से भी गुजरना होगा.
महाकाल मंदिर समिति कोविड-19 को लेकर केंद्र सरकार की गाइडलाइंस पालन करने की बात कह रही है. ऐसे में मंदिर समिति की जो बैठक हुई है, उसमें निर्णय लिया गया है कि मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं की स्क्रीनिंग की जाएगी और सैनिटाइज किया जाएगा. वहीं सभी श्रद्धालुओं को अब महाकाल मंदिर में होने वाली भस्मारती में प्रवेश नहीं मिल पाएगा. इस स्थिति में श्रद्धालु दर्शन करके आगे बढ़ते हुए रहेंगे.
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बता दें, महाकाल मंदिर प्रांगण को हर दो घंटे के बाद सैनिटाइज किया जाएगा, जिससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि अब आने वाले दिनों में श्रद्धालु भगवान के दर्शन तो जरूर कर सकेंगे लेकिन अब मंदिर व्यवस्था बदली-बदली दिखाई देगी. हालांकि, इस पूरे बदले हुए नियम को लेकर श्रद्धालुओं को कुछ परेशानी जरूर हो सकती है, लेकिन फिलहाल जब तक संक्रमण का खतरा है, तब तक श्रद्धालुओं को मंदिर द्वारा किए गए नियमों का पालन करना होगा.