उज्जैन। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद आज महाकालेश्वर प्रबंधक समिति की बैठक हुई. बैठक में निर्णय लिया गया कि आने वाले समय में शिवलिंग क्षरण को रोकने के लिए जो दूध भगवान महाकाल को अर्पित किया जाता है वह सांची दूध संघ से लिया जाएगा. साथ ही करोड़ों रुपए की लागत से बनने वाली एक नई धर्मशाला का निर्माण भी जल्दी किया जाएगा. सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद महाकाल मंदिर के सामने से 500 मीटर तक का अवैध निर्माण को हटाया जाएगा.
बैठक में मंदिर समिति ने बड़े निर्णय लिए हैं रुद्रसागर और कोटि तीर्थ कुंड को मिलाकर एक नया प्रोजेक्ट ला रहे हैं. रुद्रसागर और महाकाल की कोटि तीर्थ पर नई योजना की तैयारी की जा रही है. जिसमें रुद्रसागर को साफ रखने के लिए शिप्रा नदी का पानी रुद्रसागर तक लाया जाएगा. इसके अलावा यात्री सुविधाओं के लिए एक बड़ा फैसला लिया गया. जिसमें एक बड़ी सुसज्जित धर्मशाला का निर्माण होगा. जिसके जेके सीमेंट के मंदिर समिति को 3.50 करोड़ रुपए का दान किया है. शिवलिंग को रगड़ने पर पूरी तरह प्रतिबंध रहेगा. सीसीटीवी के माध्यम से होगा मॉनिटरपंचामृत अभिषेक प्रतिबंधित रहेगा.