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लॉकडाउनः फूलों की खेती करने वाले किसानों की हालत खराब, सरकार से लगाई मदद की गुहार - livelihood crisis

लॉकडाउन में फूल की खेती करने वाले किसानों की हालत खराब है. आलम ये है कि रोजाना कई क्विटल फूल सूख रहे हैं. किसानों ने सरकार से मदद की गुहार लगाई है.

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सूखे हुए फूल
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Published : Apr 9, 2020, 3:34 PM IST

उज्जैन। लॉकडाउन क चलते बाबा महालकाल की नगरी में फूलों की खेती करने वाल किसानों की हालत खराब है. मंडी, मंदिर और ट्रांसपोर्ट सब बंद है. जिसके चलते किसानों को भारी नुकसान हो रहा है. इस सीजन में फूलों की बिक्री में बढ़ोतरी होती है, लेकिन कोराना वायरस के चलते सब चौपट हो गया है. आलम ये है कि, फूल अब सूखने लगे हैं. किसानों को इन्हें तोड़कर फेंकना पड़ रहा है. ताकि पौधा खराब न हो पाए.

किसानों पर लॉकडाउन का कहर

फूलो्‌ं की खेती करने वाले किसानों का कहना है कि, उज्जैन का फूल मुंबई से अजमेर जैसी जगहों पर भी जाता था. लेकिन लॉकाडाउन से पूरा व्यापार चौपट हो गया है. अब तक लाखों का नुकासान उठा चुके किसानों का कहना है कि, सरकार को फूल बेचने की व्यवस्था करनी चाहिए, नहीं तो आने वाले समय में और भी परेशानियां खड़ी हो जाएंगी. लागत भी नहीं निकलेगी.

उज्जैन। लॉकडाउन क चलते बाबा महालकाल की नगरी में फूलों की खेती करने वाल किसानों की हालत खराब है. मंडी, मंदिर और ट्रांसपोर्ट सब बंद है. जिसके चलते किसानों को भारी नुकसान हो रहा है. इस सीजन में फूलों की बिक्री में बढ़ोतरी होती है, लेकिन कोराना वायरस के चलते सब चौपट हो गया है. आलम ये है कि, फूल अब सूखने लगे हैं. किसानों को इन्हें तोड़कर फेंकना पड़ रहा है. ताकि पौधा खराब न हो पाए.

किसानों पर लॉकडाउन का कहर

फूलो्‌ं की खेती करने वाले किसानों का कहना है कि, उज्जैन का फूल मुंबई से अजमेर जैसी जगहों पर भी जाता था. लेकिन लॉकाडाउन से पूरा व्यापार चौपट हो गया है. अब तक लाखों का नुकासान उठा चुके किसानों का कहना है कि, सरकार को फूल बेचने की व्यवस्था करनी चाहिए, नहीं तो आने वाले समय में और भी परेशानियां खड़ी हो जाएंगी. लागत भी नहीं निकलेगी.

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