उज्जैन। विश्व प्रसिद्ध महाकालेश्वर मंदिर के प्रशासनिक भवन में उस समय हड़कंप मच गया जब कोटितीर्थ कुंड में एक के बाद एक मछलियों के मरने की खबर सामने आने लगी. खबर लगते ही प्रशासनिक अधिकारियों ने कुंड पहुंचकर देखा तो करीब सेकड़ों मछलियां मरी काल के गाल में सगा गई. कोटितीर्थ कुंड के जल से ही रोजाना महाकाल का अभिषेक और स्नान किया जाता है. अधिकारियों ने आनन-फानन में मछलियों को कुंड से हटवाया है.
महाशिवरात्रि से पहले महाकाल का अनूठा श्रृंगार
नहीं थम रहा मछलियों के मरने का सिलसिला
बाबा महाकाल मंदिर के कोटितीर्थ में मछलियों के मरने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. दरअसल इससे पहले भी महाकाल मंदिर के इस कोटितीर्थ कुंड में मछलियों के मरने की खबरे सामने आयी थी. लेकिन इस बार ये इसलिए भी अहम हो जाती है क्यों कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद मंदिर कई व्यवस्था में सुधार किये गए थे लेकिन मछलियों का मरना कहीं ना कही कोटितीर्थ कुंड की सफाई व्यवस्था पर सवाल खड़े कर रहा है. जिसके कारण ही आज सैकड़ों मछलियां मारी गयी है. वहीं हैरानी इस बात की हो रही है कि बुधवार से महाकाल मंदिर में महाशिव नवरात्री की शुरुआत हो चुकी है.
ज्योतिरादित्य सिंधिया भी जता चुके हैं नाराजगी
बीजेपी के दो दिन प्रशिक्षण वर्ग में शामिल होने आये ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी महाकाल मंदिर में दर्शन के दौरान मंदिर के कई भाग में सफाई व्यवस्था को लेकर सवाल खड़े कर दिए थे. उस दौरान उन्होंने कोटितीर्थ कुंड को लेकर सवाल खड़े किए थे. लेकिन मंदिर समिति ने इस पर ध्यान नहीं दिया और आज कई मछलिया मारी गयी अब देखना होगा समिति इस पूरी घटना को लेकर क्या कदम उठाती है.