उज्जैन। कांग्रेस कमेटी के कार्यकर्ता महाकाल मंदिर में ऑनलाइन दर्शन के विरोध में उतर आए हैं. कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने झांझ, मजीरे लेकर ऑनलाइन दर्शन व्यवस्था को लेकर विरोध प्रदर्शन किया. दरअसल लॉकडाउन के समय से ही श्रद्धालुओं के लिए भस्मा आरती में प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया गया था. कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने कहा कि महाकाल मंदिर समिति से अनुरोध किया है कि दूर-दूर से आने वाले श्रद्धालुओं को सुचारु रूप से दर्शन मिल सके और देशभर में सिर्फ उज्जैन के महाकाल मंदिर में सुबह होने वाली भस्मा आरती में आम श्रद्धालुओं को प्रवेश जल्द से जल्द शुरू किया जाए और ऑनलाइन सिस्टम को बंद किया जाए.
मंदिर के मुख्य गेट के सामने बैठकर प्रदर्शन
कांग्रेस कमेटी उज्जैन के कार्यकर्ता महाकाल मंदिर के सामने बैठकर झांझ मंजीरे और भजन गाते हुए प्रदर्शन करते नजर आए. प्रदर्शन में ना सिर्फ पुरुष कार्यकर्ता बल्कि महिला भी शामिल रही. कांग्रेस कार्यकर्ताओं का आरोप है कि मंदिर समिति कई लोगों का रोजगार भी छीन रही है. अल सुबह होने वाली भस्मा आरती के दौरान से ही श्रद्धालुओं की भीड़ लगना शुरू हो जाती है. जिसके कारण कई लोगों को रोजगार मिलता था लेकिन अब श्रद्धालुओं के प्रवेश पर रोक और महाकाल मंदिर में बेलपत्र सहित अन्य प्रसादी पर रोक लगा रखी है. जिसके चलते कई लोग बेरोजगार हो चुके हैं. कार्यकर्ताओं ने मंदिर समिति को चेतावनी दी है कि जल्द से जल्द महाकाल मंदिर में प्रवेश के नियम पहले जैसे किए जाएं. जिसमें जो चाहे वह लाइन में लगकर दर्शन कर सकें और भस्मा आरती में भी श्रद्धालुओं को प्रवेश पर लगी रोक को हटाकर प्रवेश शुरू किया जाए.
यह है महाकाल मंदिर में व्यवस्था
कोरोना कल से ही मार्च माह में महाकाल मंदिर को आम श्रद्धालुओं के लिए बंद कर दिया गया था. जिसके बाद सुबह होने वाली भस्मा आरती में भी बिना श्रद्धालु के ही आरती होने लगी थी. भस्म आरती के लिए लोग लंबी-लंबी लाइनों में लगकर अपनी बारी का इंतजार करते थे. लॉकडाउन दो के बाद से महाकाल मंदिर केंद्र सरकार की गाइडलाइंस का पालन करने और शर्तों पर आम श्रद्धालुओं को प्रवेश की अनुमति मिलने लगी. वह सिर्फ एक दिन पहले ऑनलाइन व महाकाल मंदिर के ऐप के माध्यम से प्री बुकिंग वाले श्रद्धालुओं के लिए ही अनुमति दी गई थी. आज भी सिर्फ प्री बुकिंग वाले श्रद्धालुओं को ही मंदिर में प्रवेश मिल पाता है. वहीं श्रद्धालुओं के लिए भस्मा आरती अभी बंद है.