उज्जैन। पिछले दिनों देवास के जंगलों में ड्यूटी के दौरान उज्जैन निवासी वनकर्मी मदनलाल वर्मा का अंतिम संस्कार उज्जैन में शासकीय सम्मान के साथ किया गया. वनकर्मी की मौत के तीसरे दिन उनकी हत्या के पांच आरोपीयों को पुलिस ने धर दबोचा था. मदनलाल का लड़ते हुए लाइव वीडियो सामने आया था, जिससे भोपाल तक अपराधियों को कड़ी सजा देने की मांग उठने लगी थी. वहीं शासन की ओर से वनकर्मी मदनलाल को शहीद की राशि सौंपी गई साथ ही श्रद्धा सुमन अर्पित की गई.
वन मंत्री विजय शाह ने मीडिया से चर्चा के दौरान कहा कि हमारे परिवार के साथी ने वन-पर्यावरण को बचाने के लिए जान की बाजी लगा दी. अपराधियो से अंतिम सांस तक लड़ने वाले कि बहादुरी को हम सैल्यूट करने आए है. हम सम्मान करने आए हैं, आंसू बहाने नहीं. उन्होंने अपराधियों से लड़ते हुए जीवन को न्यौछावर कर दिया. ब्लाइंड मर्डर में 3 दिन के अंदर अपराधियों को पकड़ना अपराध के इतिहास में पहली बार हुआ है. हम सबका कर्तव्य है और इसका हम निर्वहन भी कर रहे हैं. हमने शाहिद की जो राशि होती है वो पहुंचाई है. आज नौकरी का लेटर देने घर आया हूं. हम कोई कौतूहाली नहीं बरत रहे हैं. न ही एहसान कर रहे हैं. ये नौकरी का लेटर भी इतिहास में पहली बार किसी को मिला होगा. अपराधियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाई जाएगी.
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निर्मल कुमार तिवारी प्रांतीय अध्यक्ष वनकर्मी भोपाल ने मीडिया को जानकरी देते हुए बताया कि आज वन मंत्री शहीद मदनलाल वर्मा यहां श्रद्धा सुमन अर्पित करने पहुंचे, हमने आवज उठाई थी. हमारे साथी को शहीद का दर्जा दिया जाए, शहीद का दर्जा व परिवार के सदस्य को नौकरी का प्रस्ताव भी मंत्री ने पारित किया है.