उज्जैन। बाबा महाकाल की नगरी उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर के 500 मीटर के दायरे में अतिक्रमण हटाए जाने की तैयारी जिला प्रशासन ने तेज कर दी है. अतिक्रमण हटाए जाने की जिम्मेदारी कलेक्टर और एसपी को दी गई है. इसके साथ ही अतिक्रमण हटाकर 15 सितंबर से पहले सुप्रीम कोर्ट को रिपोर्ट देनी होगी. कलेक्टर आशीष सिंह ने बताया कि मंदिर के 500 मीटर के आसपास के सभी अतिक्रमण हटाने की प्रकिया पर काम शुरू किया जाएगा और इसके लिए जिला प्रशासन को उनकी ओर से निर्देश दे दिए गए हैं.
उज्जैन महाकालेश्वर मंदिर के सामने और आसपास की जमीन के 500 मीटर के दायरे में अतिक्रमण हटाने के कोर्ट के आदेश के बाद उज्जैन कलेक्टर और एसपी ने इसकी तैयारियां शुरू कर दी हैं. प्रशासन सबसे पहले मंदिर के आगे के हिस्से के मकानों के अधिग्रहण की कार्रवाई करेगा. इसी दायरे में पूर्व में कोर्ट मोहल्ला चौराहे के पहले भाग दक्षिण में यादव धर्मशाला, भारत माता मंदिर, पश्चिम में हरसिद्धि चौराहे तक और उत्तर में महाराजबाड़ा तक का हिस्सा आ सकता है.
इन इलाकों में अब प्रशासन सर्वे करा रहा है. सरकारी या मंदिर समिति की जमीन पर मौजूद अतिक्रमण हटाए जाएंगे. मंदिर के सामने और आसपास के इलाकों में बड़ी मात्रा में होटलों का निर्माण हो चुका है. इसके साथ ही कई पुराने घर भी मंदिर के सामने दिखाई देते हैं ये सभी 500 मीटर के दायरे में आएंगे और अब उज्जैन जिला प्रशासन जल्द ही कार्रवाई कर इन सभी को नोटिस थमाने की तैयारी कर रहा है. दरअसल, कोर्ट ने इस प्रक्रिया के लिए 15 दिसंबर की तारीख तय कर दी है.