उज्जैन। विश्व में कोई भी हिंदू पर्व हो, सबसे पहले महाकालेश्वर मंदिर में मनाया जाता है. इसके बाद देश और दुनिया में पर्व की शुरुआत हो जाती है. दीपावली को लेकर गुरुवार शाम भगवान महाकाल की आरती के दौरान फुलझड़ी जलाई गई. इस दौरान भगवान महाकाल की आरती की गई. इस प्रकार श्री महाकालेश्वर मंदिर में दीपावली का पर्व की शुरुआत हो चुकी है. शुक्रवार को धनतेरस की पूजा महाकालेश्वर मंदिर में होगी. इसमें उज्जैन कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम शामिल होंगे. Diwali in Mahakaleshwar temple
बाबा महाकाल का विशेष श्रृंगार : भस्म आरती दीपावली की सुबह भगवान महाकाल के आंगन में होगी. इसके बाद दीपावली का पर्व मनेगा. गुरुवार शाम को भगवान महाकाल के दरबार में बाबा का विशेष श्रृंगार किया गया. भगवान महाकाल के मस्तक पर चंद्रमा को विराजित किया गया. भगवान महाकाल का तीसरा नेत्र गले में नरमुण्ड की माला थी. विशेष भोग लगाकर भगवान महाकाल की आरती की गई. आरती के दौरान पंडित पुजारी ने फुलझड़ी जलाकर दीपावली के पर्व की शुरुआत की. Diwali in Mahakaleshwar temple
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मंदिर की छठा देखने लायक : दीपावली पर्व पर महाकाल मंदिर की छठा देखती ही बनती है. महाकाल मंदिर में दीप उत्सव पर्व शुरुआत होते ही श्रद्धालु उमड़ने लगते हैं. शुक्रवार को महाकाल मंदिर में धनतेरस की पूजा में बड़ी संख्या में भक्त शामिल होंगे. भगवान महाकाल के साथ ही माता लक्ष्मी का पूजन पाठ किया जाएगा. महाकालेश्वर मंदिर के पंडित पुजारी द्वारा यह पूजन संपन्न कराई जाएगी. दीपावली की सुबह 4 बजे भस्म आरती में भगवान महाकाल को गर्म जल से स्नान कराया जाएगा. Diwali in Mahakaleshwar temple