उज्जैन। विगत माह जिला अस्पताल के डॉ अजय निगम का मरीज एक वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुआ था, जिसमें डॉक्टर 15 हजार रुपये की रिश्वत लेते दिख रहे थे. ये मामला जैसे कलेक्टर कार्यलय पहुंचा, तो तत्काल डॉ साहब को निलंबित कर दिया गया था, लेकिन इस कहानी में अब नया मोड़ आ गया है. लगातार चल रही जांच के बाद अब डॉ अजय निगम को बहाल कर दिया गया है.
क्या है पूरा मामला ?
दरअसल विगत माह 10 अक्टूबर को सेठी नगर नीवासी रतनलाल राठौड़ को हार्ट और लंग्स के इन्फेक्शन के चलते जिला चिकित्सालय में भर्ती किया गया था, जिनका इलाज डॉ अजय निगम कर रहे थे मरीज के बेटे प्रीतम ने इलाज के नाम पर डॉ निगम पर 15 हजार की रिश्वत लेने का आरोप लगाया था, और वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया था. मामला जैसे ही कलेक्टर के संज्ञान में आया, तो डॉक्टर को निलंबित कर जांच टीम गठीत कर दी गई. जिससे दौबारा किसी के द्वारा कोई ऐसी हरकत नहीं की जाए.
डॉक्टर बहाल, जांच जारी
मामले की जांच कर रही टीम ने डॉक्टर निगम से बात की तो सामने आया कि वो उनके खुद के पैसे मांग रहे थे, जिससे उन्होंने इलाज करवाया. वहीं जांच में खुद मरीज ने भी इस बात को कबूला की रुपए डॉक्टर के ही थे. वहीं मरीज की सिटी स्कैन, एमआरआई व एक्सरे जहां किए गए, वहां भी जांच दल ने पूछताछ की, जिसमे जांच डॉक्टर के नाम पर की गई. फिलहाल जांच जारी है,
इस पर जब डॉक्टर अजय निगम को बहाल करने के संबंध में कलेक्टर आशीष सिंह से बात की गई तो उन्होंने कहा कि डॉक्टर को संभायुक्त द्वारा निलंबित किया गया था, लेकिन उन्हें बहाल करने की बात कलेक्टर के संज्ञान में आई गई है, फिलहाल पूरे मामले की जांच जारी है.