इंदौर: दुनिया भर में तेजी से बढ़ रहे फाइनेंशियल फ्रॉड और टेरर फंडिंग के तमाम मामलों के बीच सोमवार को इंदौर में 41वीं यूरेशियन मीट का भव्य शुभारंभ किया गया. अंतरराष्ट्रीय स्तर पर फाइनेंशियल फ्रॉड, टेरर फंडिंग और ऐसे तमाम मामलों पर नियंत्रण के लिए इंदौर में 41वीं EAG प्लेनरी बैठक हो रही है. बैठक का शुभारंभ शहर के ब्रिलिएंट कन्वेंशन सेंटर में यूरोप और विभिन्न देशों से आए 100 से ज्यादा प्रतिनिधियों के बीच कैबिनेट मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, सांसद शंकर लालवानी एवं महापौर पुष्यमित्र भार्गव की मौजूदगी में किया गया.
फ्रॉड रोकने भारतीय प्रयासों की सराहना
इस अवसर पर फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (fatf) द्वारा मनी लांड्रिंग, क्रॉस बॉर्डर फंडिंग के अलावा फाइनेंशियल फ्रॉड आदि को रोकने के लिए भारतीय प्रयासों की सराहना हुई. वहीं, हाल ही में इस आशय को लेकर जारी की गई मूल्यांकन रिपोर्ट को भी बैठक में शामिल किया जाएगा. बैठक के शुभारंभ अवसर पर कैबिनेट मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने कहा, ''इस बैठक से वित्तीय अपराधों और मनी लॉन्ड्रिंग के खिलाफ रणनीति बनाने में एक कारगर उपलब्धि मिलेगी. जिस तरह हाल ही में फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स की रिपोर्ट में दुनिया भर के देशों ने भारतीय प्रयासों को सराहा है, इसी तरह इस बैठक के बाद भारत के अलावा टेरर फंडिंग, मनी लॉन्ड्रिंग, क्रॉस बॉर्डर फाइनेंस जैसे अपराधों पर दुनिया भर के देश एकमत होकर इस दिशा में आगे बढ़ेंगे.''
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साइबर क्राइम सबसे बड़ी चुनौती
कैलाश विजयवर्गीय ने कहा, ''आज साइबर क्राइम सबसे बड़ी चुनौती है, जिसका सामना अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ही किया जा सकता है.'' उन्होंने कहा इस दिशा में भारतीय प्रयासों को अब दुनिया भर के देशों ने स्वीकार किया है.'' बैठक के विभिन्न बिंदुओं की जानकारी देते हुए वित्त मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव विवेक अग्रवाल ने कहा कि, ''इंदौर का यह आयोजन न केवल विभिन्न मस्तिष्कों का मेल है, अपितु आतंकवाद के वित्तपोषण जैसी चुनौतियों के लिए किया गया बौद्धिक विमर्श है, जो विश्व में आतंकवाद के प्रसारण को रोकने में सहायक सिद्ध होगा.''