उज्जैन। राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह और उनके बेटे जयवर्धन सिंह ने आज उज्जैन पहुंचे. जहां निजी कार्यक्रमों में शामिल होने के बाद दिग्विजय सिंह और जयवर्धन ने महाकाल मंदिर में दर्शन कर भोग आरती में शामिल हुए. इस दौरान दिग्विजय सिंह ने गणतंत्र दिवस पर हुई हिंसा पर बयान दिया. वहीं कांग्रेस अध्यक्ष के सवाल पर राज्यसभा सांसद झल्ला गए.
दिल्ली में हुई हिंसा को लेकर केंद्र पर साधा निशाना
दिग्विजय सिंह ने दिल्ली में ट्रैक्टर-ट्राली परेड के दौरान हुई हिंसा के लिए केंद्र सरकार को जिम्मेदार बताया. उन्होंने कहा कि किसान शांतिपूर्वक आंदोलन कर रहे हैं, वे हिंसक नहीं हो सकते. उन्होंने कहा कि यह सुनियोजित और प्रायोजित षड़यंत्र था. दिग्विजय सिंह ने कहा लाल किले पर पहले देश का झंडा उसके बाद उन्होंने दो झंडे लगाए एक किसान यूनियन का और दूसरा खालसा पंत का.लेकिन किसी को तिरंगा नहीं दिखा. राज्यसभा सांसद ने कहा कि आरएसएस ने 1947 से 1962 तक तिरंगा नहीं लगाया क्या वह उचित था?
उन्होंने कहा कि दिल्ली पुलिस के रूट बदलने से बड़ा विवाद बना और वही हिंसा का कारण बना.15 लोगों को किसानों ने पकड़ाया, उनका नाम उजागर होना चाहिए. उन सब के पास सरकारी आइडेंटी कार्ड मिले हैं, यह हिंसा को लेकर षड़यंत्र था. उन्होंने कहा कि मीडिया से मेरी प्रार्थना है कि इन सब के बहकावे में ना आएं.
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ईवीएम के चलते अहम और अहंकार में बीजेपी
दिग्विजय सिंह से जब यह पूछा गया कि प्रदेश में भी अब कई शहरों के और जगह के नाम बदलने की बात हो रही है तो उन्होंने कहा कि नाम बदलने से क्या कोई सद्भावना बढ़ेगी. यह सिर्फ लोगों की भटकाने वाली बात है. दिग्विजय सिंह ने कहा कि 9 करोड़ लोगों की नौकरी चली गई. शहर और जगह के नाम बदलने से क्या बेरोजगारों की रोजगार मिल जाएगा. जो बीजेपी करना चाहती है वह करे. जब तक ईवीएम है तब तक वे अहम और अहंकार में हैं. जिस दिन ईवीएम हट जाएगी तो पता चल जाएगा जमीन किसके पास है.
कांग्रेस अध्यक्ष के सवाल पर भड़के दिग्विजय सिंह
वहीं इस दौरान जब कांग्रेस अध्यक्ष को लेकर उनसे सवाल किया गया तो दिग्विजय सिंह झल्ला गए. उन्होंने उल्टा पत्रकार से ही सवाल किया कि क्या वे कांग्रेस में हैं.
शराबबंदी में तीनों करें तय
मध्यप्रदेश में शराबबंदी को लेकर सरकार के बीच टकराव पर दिग्विजय सिंह ने कहा कि उमा भारती कह रहीं है कि शराबबंदी हो, वहीं सीएम शिवराज कह रहे हैं कि जितनी दुकानें उतनी रहने दो, जबकि प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा का कहना है कि शराब दुकानें बढ़ाओ. अच्छा है कि तीनों को तय करने दो.