उज्जैन। शहर के दशहरा मैदान स्थित डॉ. देवड़ा डायग्नोस्टिक लैब पर प्रशासन की टीम ने छापा मार कार्रवाई की है. दरअसल एसडीएम संजय साहू को शिकायत मिली थी कि देवड़ा डायग्नॉस्टिक पर आरटीपीसीआर टेस्ट के लिए शासन के निर्धारित दाम से तीन गुना अधिक राशि ली जा रही है. जिस पर कार्रवाई करते हुए आज एसडीएम संजय साहू , तहसीलदार अभिषेक शर्मा सहित माधव नगर थाने की टीम ने दबिश दी. टीम जब देवड़ा डायग्नॉस्टिक पर पहुंची तब लैब संचालक संदीप देवड़ा ने एसडीएम को जानकारी दी और उन्होंने इस बात को भी स्वीकारा कि वे 2200 रुपए आरटीपीसीआर टेस्ट के लिए ले रहे थे जबकि शासन ने इसके लिए 700 रुपये शुल्क निर्धारित किया है.
पॉजिटिव मरीज की जांच रिपॉर्ट शासन को नहीं भेजी
उज्जैन एसडीएम और अधिकारी जब आज छापेमारी करने देवड़ा लैब पर पहुंचे तो उन्हें पता चला कि लैब में हो रही जांच के बारे में शासन को खबर नहीं की जा रही है. जबकि कलेक्टर के आदेश हैं कि पॉजिटिव मरीज के बारे में जानकारी स्वास्थ्य महकमे को देना जरूरी है जिससे संक्रमित मरीज का घर सील कर मरीज को और उसके परिवार को बेहतर इलाज मिल सके.
700 की जगह ले रहे थे 2200 रुपये
आपको बता दें कि कलेक्टर आशीष सिंह ने आरटीपीसीआर टेस्ट की दर निर्धारित की है जिसमें अगर मरीज खुद लैब पर आकर जांच करवाता है तो 700 रुपए और घर पर सैम्पल लेना है तो 900 लैब इसके लिए चार्ज कर सकता है. एसडीएम संजय साहू ने बताया कि जब हमने जांच की तो खुद संचालक ने बताया कि 2200 रुपए की दर से आरटीपीसीआर टेस्ट किये जा रहे हैं जो कि इंदौर की एक लैब से करवाये जा रहे थे.
फिलहाल देवड़ा लैब पर चल रही अनियमितता को लेकर एसडीएम ने लैब को सील कर दिया है. वहीं लैब संचालक संदीप देवड़ा के खिलाफ धारा 188 में मामला दर्ज किया है.