उज्जैन। देश में कोरोना वायरस के खिलाफ जंग जारी है. जिसमें कोरोना योद्धा अपनी जिम्मेदारी बखूबी निभा रहे है. इसी कड़ी में उज्जैन जिले के घट्टिया तहसील के पान विहार में लोग पानी की कमी से जूझ रहे है. पानी की समस्या का निदान करते हुए संथ ग्राम पंचायत के वाटर मैन अपनी जिम्मेदारी निभा रहे है और घरों में पानी पहुंचा रहे है.
कोरोना की जंग में स्वास्थ्यकर्मी, बिजली विभाग और पुलिस विभाग की कोशिशें सीधे तौर पर दिखाई दे रही हैं. जो इस लड़ाई में चुपचाप अपना योगदान दे रहे हैं. जिसमें ग्राम पंचायत के वाटर मैन समय पर लोगों के घरों में पानी पहुंच सके, इसके लिए अल सुबह नल के वॉल्व खोलने की जिम्मेदारी और फिर पेयजल टंकी में भरने की जिम्मेदारी निभा रहे है.
नल-जल योजना के कर्मचारी कर रहे पानी पहुंचाने का काम
नल योजना के कर्मचारियों को ये भी याद रखना होता है कि कितने बजे कहां पानी पहुंचाना है और किस जगह पर पर्याप्त पानी कितनी देर तक पहुंचेगा. जिसके अनुसार नल खोल कर रखना पड़ता है. लोगों के घरों में पर्याप्त पानी मिल सके, इसके लिए सुबह से लेकर शाम तक कर्मचारी काम करते रहते हैं.
लोगों को घरों में रोकने के लिए बिजली ही एक सहारा
लॉकडाउन के दौरान लोग घरों में ही रहें इसके लिए बिजली कर्मचारी 24 घंटे ड्यूटी पर तैनात हैं. शहर में कहीं फॉल्ट या बिजली बंद होने की सूचना मिलते ही तुरंत टीम पहुंचकर क्षेत्र की लाइट चालू करने में लग जाते है. लोगों को घरों में रोकने के लिए इन दिनों टीवी, पंखा, कूलर ही सहारा बना हुआ है. इसके लिए बिजली का होना ही एकमात्र विकल्प है. इसलिए पहली प्राथमिकता है कि कहीं भी बिजली बंद ना हो.
बिजली कर्मचारियों ने बताया कि अधिकारी भी समय पर जानकारी लेते रहते हैं. गर्मी के दिनों में बिजली बहुत महत्वपूर्ण सेवाओं के रूप में है, क्योंकि बिना पंखे और कूलर के लोग नहीं रह सकते.
प्रतिदिन आशा कार्यकर्ता कर रहे सर्वे
स्वास्थ्य विभाग के संथ ग्राम पंचायत सचिव ने बताया कि एएनएम आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और आशा कार्यकर्ताओं का भी इस कोरोना वायरस महामारी से लड़ने में बड़ा योगदान है. ये प्रतिदिन नगर के घर-घर जाकर शासन द्वारा बताए गए कामों में लगे रहते हैं. जो लगातार लोगों को जरूरी जानकारियां दे रहे हैं. साथ ही लोगों की स्वास्थ्य संबंधित जानकारी भी लेते हैं.