उज्जैन : महाकाल मंदिर में हजारों श्रद्धालु दर्शन के लिए रोजाना पंहुचते हैं. लेकिन मंदिर परिसर में ठगी के मामले भी सामने आते रहे हैं. एक बार फिर नासिक से आए पांच श्रद्धालुओं से महाकाल मंदिर के सुरक्षा गार्ड ने ही 800 रुपए ऐंठ लिए.
नासिक के पांच श्रद्धालुओं से ठग लिए रुपए
दरअसल कोरोना काल में भगवान महाकाल के दर्शन के लिए महाकाल मंदिर समिति ने फिलहाल सिर्फ ऑनलाइन दर्शन की व्यवस्था की है. लेकिन ये बहुत से श्रद्धालु को नहीं पता. ऐसे में कई बार लोगों से चूक हो जाती है और धोखाधड़ी करने वालों के जाल में फंस जाते हैं. ऐसा ही वाक्या देखने को मिला जब नासिक से आए प्रकाश गायकवाड़ सहित 5 श्रद्धालुओं के साथ महाकाल मंदिर के सुरक्षा गार्ड ने ही 800 रुपए ऐंठ लिए. जबकि महाकाल मंदिर में दर्शन व्यवस्था पूर्णतः निशुल्क है. मामले की जानकारी लगते ही मंदिर समिति ने गार्ड महेश परमार को हटा दिया है.
ऐसे हुई श्रद्धालुओं से ठगी
महाकाल मंदिर समिति ने लॉकडाउन से ही श्रद्धालुओं के लिए ऑनलाइन परमिशन और प्री बुकिंग की व्यवस्था की हुई है. ऐसे में जिस भी श्रद्धालु को महाकाल मंदिर में दर्शन करने हैं उनके मोबाइल पर मंदिर समिति का एक मैसेज आता है. नासिक से आए प्रकाश गायकवाड़ सहित पांच लोग महाकाल मंदिर पंहुचे, जहां उन्हें नहीं पता था कि ऑनलाइन बुकिंग की व्यवस्था है. इस पर गेट पर खड़े गार्ड महेश परमार ने उनकी बुकिंग ऑनलाइन कम्प्यूटर के माध्यम से करा दी. लेकिन ये सभी पांच श्रद्धालु मोबाइल लाना भी भूल गए, जिस पर उनके परमिशन का मैसेज आने वाला था जिसका फायदा उठाकर गार्ड परमार ने उन सभी से 800 रुपए एंट्री के नाम पर ले लिए और उन्हें परमिशन का प्रिंट आउट दे दिया. लेकिन श्रद्धालु जब आगे गए तो फेसेलिटी सेंटर पर जांच में पकड़ में आ गया की श्रद्धालुओं के साथ ठगी हुई है.
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पहले भी महाकाल मंदिर में हो चुकी है ठगी
उज्जैन महाकाल मंदिर में इससे पहले भी कई बार दर्शनों के नाम पर आम श्रद्धालुओं को ठगा जा चुका है. कभी भस्म आरती की परमिशन के नाम पर तो कभी जल्द दर्शन के नाम पर तो अभी हाल ही में ऑनलाइन परमिशन के नाम पर ठगी की घटना सामने आयी है. आपको बता दें की कोरोना काल से ही भस्म आरती में आम श्रद्धालुओं का प्रवेश बंद है. लेकिन फ्री ऑनलाइन दर्शन और 250 रुपए की रसीद कटवाकर जल्द दर्शन की व्यवस्था जरूर मंदिर समिति ने की है. जिसका फायदा उठाकर कुछ लोग अभी भी भोले-भाले श्रद्धालुओं के साथ ठगी की वारदात को अंजाम देते हैं.