उज्जैन। जिले में मिलावटखोरों पर खाद्य विभाग की कार्रवाई जारी है. नागदा तहसील में बुधवार को जब खाद्य विभाग के अधिकारी और तहसीलदार एक दुकान पर पहुंचे. जहां सैंपलिंग प्रोसेस के दौरान व्यापारी पति-पत्नी ने अधिकारी और तहसीलदार को खूब खरी-खोटी सुनाई. व्यापारी पति-पत्नी ने टीम पर आरोप लगाते हुए कहा कि हमेशा उन्हीं की दुकान को टारगेट किया जाता है. शहर की अन्य दुकानों पर कार्रवाई क्यों नहीं की जाती? पुलिस ने व्यापारी अशोक चौधरी और उसकी पत्नी के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया. जिन्हें आज न्यायालय में पेश किया गया. कोर्ट ने उनकी जमानत याचिका खारिज कर दंपती को जेल भेज दिया है.
नागदा थाना प्रभारी ने जानकारी देते हुए बताया कि खाद्य विभाग की टीम और तहसीलदार ने बुधवार को तीन जगहों पर सैंपलिंग की कार्रवाई की. जहां अशोक कुमार एंड कंपनी में सैंपलिंग के दौरान विवाद की स्थिति बनी. जिसे लेकर व्यापारी पती-पत्नी के खिलाफ मामला दर्ज किया गया. वहीं इससे पहले टीम ने गोपाल ट्रेड्स के पास पहुंचकर मिर्च के सेंपल लिए और श्री नाथ मावा भंडार और मोहता मावा भंडार से घी के सैंपलिंग की कार्रवाई की.
यह है मामला
मिलावटखोरों के खिलाफ अभियान के तहत खाद्य विभाग के अधिकारी और तहसीलदार चंद्रशेखर मार्ग स्थित अशोक कुमार एंड कंपनी पहुंची. जहां टीम ने हजार लीटर के खुले ड्रम में रखे रिफाइंड तेल को जांच के लिए सैंपल के रुप में लिया. इस दौरान व्यापारी पति-पत्नी ने आपत्ति जताई और चिल्लाना शुरू कर दिया. साथ ही तहसीलदार आरके गुहा से धक्का-मुक्की शुरू कर दी. व्यापारी पति-पत्नी का कहना था कि यदि शहर में खुला तेल बेचने पर प्रतिबंध है तो ऐसी कई दुकानें हैं जहां खुला तेल बेचा जा रहा है. वहां कार्रवाई क्यों नहीं की जाती? तहसीलदार और अधिकारियों ने व्यापारी की एक ना सुनी और पुलिस की मदद से व्यापारी को गाड़ी में बैठाकर ले गए. पुलिस ने व्यापारी पति-पत्नी पर शासकीय कार्य में बाधा डालने का मामला दर्ज कर लिया है.