सिंगरौली। जिले में दर्जनों कंपनियां है बावजूद इसके युवाओं को रोजगार नहीं मिल रहा है. सिंगरौली जिले के युवा दर- दर भटकने को मजबूर है. युवाओं का आरोप है कि जिन कंपनियों में काम भी करते हैं, वहां वेतनभत्ता नहीं मिलता है. बेरोजगार युवाओं का कहना है कि वो अपना बायोडाटा लेकर कई बार कंपनियों में गये लेकिन उन्हें रोजगार नहीं दिया गया. स्थानीय बेरोजगार युवाओं ने इसको लेकर कई बार जिला कलेक्टर से शिकायत भी की लेकिन आज तक उन कंपनियों में रोजगार नहीं दे रही हैं.
स्थानीय युवा बेरोजगारों का कहना है कि सिंगरौली जिले में कार्य कर रही कंपनियों में हम लोग कई बार गए, लेकिन स्थानीय होने के नाते हम लोगों को काम देने से कंपनियां इनकार कर देती हैं, पर सरकार कहती है कि स्थानीय लोगों को 70 प्रतिशत रोजगार दिया जाएगा. लेकिन इस पर आजतक अमल नहीं किया जाता है.
भाजपा विधायक सुभाष वर्मा का कहना है कि कांग्रेस सरकार ने जनता से झूठा वादा किया है. सरकार स्थानीय लोगों को 70 प्रतिशत रोजगार देने की बात करती है, लेकिन सरकार ने 50 प्रतिशत भी रोजगार नहीं दिया है. वहीं सुभाष वर्मा ने कहा है कि अगर सरकार बेरोजगारों युवाओं को कंपनियों में नौकरी नहीं देगी तो हम उग्र आंदोलन करेंगे.
सिंगरौली जिले को उर्जा धानी के नाम से पूरे देश में जाना जाता है. वहीं ऊर्जा धानी में एक दर्जन से ज्यादा कंपनी काम कर रही हैं. जिसमें जिले के स्थानीय बेरोजगारों को रोजगार के लिए दर- दर भटकने को मजबूर हैं.