उज्जैन। मेघदूत रिसोर्ट में राजस्थान के कोटा नगर निगम के 25 से अधिक पार्षदों को ठहराया गया है. सभी पार्षदों को यहां पर महाकाल मंदिर में दर्शन के बाद सीधे होटल भेजा गया. जिसके बाद उन्हें किसी से भी मिलने की इजाजत नहीं दी गई. सूत्रों की माने तो कोटा नगर निगम के हाल ही में हुए चुनाव में बीजेपी और कांग्रेस को बराबर सीटें मिली है, जिसके चलते पार्षदों की खरीद-फरोख्त का डर पार्टी के लिए बना हुआ है.
बताया जा रहा है कोटा दक्षिण में भाजपा और कांग्रेस को 36-36 सीटें मिलने से खरीद-फरोख्त की आशंका बनी हुई है. इसी के चलते भाजपा ने अपने पार्षदों को लेकर उज्जैन पहुंची है. उज्जैन पहुंचे बीजेपी पार्षदों को पहले मेघदूत होटल में भेजा गया, जहां से शाम होते होते सभी पार्षदों को मेघदूत होटल से किसी अज्ञात स्थान पर भेज दिया गया है.
दो गाड़ियों से आये थे पार्षद
बीजेपी के 25 पार्षद एक बड़ी बस और एक ट्रैवल गाड़ी से कोटा से उज्जैन पहुंचे हैं. इनका कहना है कि यह सभी पार्टी के आदेश से उज्जैन आए हैं. हालांकि सभी पार्षदों ने मीडिया से दूरी बनाए रखी थी. कुछ पार्षदों ने कहा कि रात को उन्हाेंने महाकालेश्वर के दर्शन किए, और अब उन्हें संगठन के आदेश का इंतजार है.
10 तारीख को निगम का होना है गठन
आगामी 10 नवंबर को कोटा नगर निगम परिषद का गठन होना है और तब तक के लिए बीजेपी किसी भी प्रकार का रिस्क नहीं लेना चाहती है. इसके चलते 25 पार्षदों को उज्जैन के होटल में रखा और शाम होते-होते उज्जैन से किसी अन्य अज्ञात स्थान पर भेजा गया. और फिलहाल उन्हें अब कहां रखा गया है, इस बात की जानकारी सामने नहीं आई है.