उज्जैन। शहर में आज अपने हक की लड़ाई का अनोखा प्रदर्शन देखने को मिला, जिसमें जिले की तमाम महिला कार्यकर्ता शामिल हुए और कोठी परिसर के पास सिंहस्थ मेला कार्यालय के सामने बैठकर मोदी, शिवराज और सिंधिया के नाम के भजन गाने लगी. वहीं पीछे की साइड कलेक्टर कार्यालय भी है, यहां महिलाओं को प्रदर्शन करना था लेकिन रोड पर जाम की स्थिति ना हो इसके चलते सुरक्षा व्यवस्था में महिलाओं को कार्यालय की ओर ही रोक दिया गया. महिलाओं की मांग है कि तमाम आगंनबाड़ी कार्यकर्ताओं को शासकीय कर्मचारी घोषित किया जाए या फिर उनकी तनख्वाह बढ़ाई जाए.
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दरअसल अपनी तीन विशेष मांगों के चलते कोठी परिसर स्थित कलेक्टर कार्यालय में करीब हजार की संख्या ये कार्यकर्ता पहुंची. इनका कहना है कि वे गूंगी बहरी हो चुकी सरकार को जगाने आए हैं और भगवान के भजन नहीं मोदी, शिवराज ,सिंधिया के नाम के भजन गाकर सरकार को जगा रहे हैं. बता दें 'हम अपना अधिकार मांगते हैं नहीं किसी से भीख मांगते' जैसे स्लोगन के साथ नारेबाजी करती सभी महिलाएं एक जैसे ड्रेस कोड में शांतिपूर्ण प्रदर्शन करती नजर आई.
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आगंनबाड़ी कार्यकर्ता संघ की जिला अध्यक्ष धापू बाई ने बताया कि उनकी 3 विशेष मांग है जिसमें पहले तो तमाम कार्यकर्ताओं को शासकीय कर्मचारी नियुक्त किया जाए. सब की सैलरी बढ़ाई जाए और सरकार 18 हजार रुपए कार्यकर्ताओं को, और 9 हजार रुपए साहिका को दें. कार्यकर्ताओं का कहना है कि कोविड-19 में भी हमने जान की परवाह किए इन्होंने अपना काम किया है, इसके बाद भी इनकी मांगे नहीं मानी जा रही है.