टीकमगढ़। पूरे भारत में कोरोना वायरस की महामारी ने अपने पैर पसार लिए हैं. बुंदेलखंड का एक बड़ा अंचल निमाड़ी और टीकमगढ़ जिला भी इससे काफी प्रभावित है. राहत की बात यह है कि इन दोनों जिलों में अभी तक कोई भी कोरोना पॉजिटिव नहीं पाया गया है. लेकिन दुख देने वाली बात यह है की बुंदेलखंड की बहुत सी जनसंख्या दिल्ली, आगरा और बड़े शहरों में जाकर लेबर का काम करती है, जो कि कोरोना वायरस का अलर्ट होते ही बुंदेलखंड क्षेत्र में वापिस आने के लिए मजबूर हो गए हैं. जिनके सामने रोटी की समस्या खड़ी हो गई है.
ऐसी संकट की स्थिति में कई समाजसेवी संस्थाएं भी बढ़-चढ़कर सामने आई हैं, उन्हीं में से एक है ओरछा गाइड एसोसिएशन. कोरोना वायरस के कारण ये लोग भी लगभग अपनी रोजी-रोटी खो चुके हैं और अगले एक-दो साल तक इनकी रोजी-रोटी का कोई ठिकाना भी नहीं हैं, फिर भी अपने स्वार्थ को अलग रखकर लोगों को मानवता का संदेश देते हुए इन सब गाइडों ने फैसला किया है कि ये रोजाना गरीबों के लिए करीब 500 खाने के पैकेट तैयार करेंगे और उनको जिला प्रशासन को देंगे. जिससे खाने के पैकेट जरूरतमंद लोगों तक पहुंच पाए और जो लोग सैकड़ों किलोमीटर से पैदल चलकर आ रहे हैं उनका और उनके बच्चों का पेट भर सकें.
गाइड एसोसिएशन के सदस्य सुनील सिंह ने बताया कि यह सारे गाइड एसोसिएशन के सदस्य करीब 600 से 700 खाने के पैकेट रोज तैयार कर रहे हैं और जरूरतमंदों को दे रहे हैं. इसके अलावा सभी लोगों से आग्रह भी किया है कि गरीबों और जरूरतमंदों की मदद के लिए सभी लोग आगे आएं.